‘जीतन राम मांझी प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे’:राजेश राम ने कहा- मैं गारंटी के साथ कह रहा कि वो कहीं नहीं जाएंगे, ये चोर-चोर मौसेरे भाई

‘जीतन राम मांझी प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे’:राजेश राम ने कहा- मैं गारंटी के साथ कह रहा कि वो कहीं नहीं जाएंगे, ये चोर-चोर मौसेरे भाई

जीतन राम मांझी ने कहा है कि अगर राज्यसभा की सीट नहीं मिली तो वह एनडीए छोड़ देंगे। इसपर अब कांग्रेस ने हमला बोला है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि जीतन राम मांझी कहीं नहीं जाएंगे। बीजेपी ने वोट चोरी करके उनको तीन सीट दे दिया है। यह जीतन राम मांझी की प्रेशर पॉलिटिक्स है, भाजपा को अपनी तरफ लाने की। अगर वह इतना भी नहीं बोलेंगे तो भाजपा उनको अहमियत नहीं देगी। मैं गारंटी के साथ कह रहा हूं कि अगर भाजपा उनको राज्यसभा की सीट नहीं भी देगी तो भी वह कहीं नहीं जाने वाले हैं। ये लोग चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। मनरेगा को खत्म करने के पीछे गांधी की विचारधारा को मारने की साजिश मनरेगा के नाम बदलने को लेकर आज कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। राजेश नाम ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मनरेगा मजदूरों को गारंटी देने वाली इस स्कीम को मोदी सरकार खत्म करना चाहती है। आजादी के लड़ाई में बीजेपी और आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही है। ये लोग भारत के इतिहास को खत्म करने में लगे हुए हैं। गांधी की जगह गोडसे की विचारधारा को आगे लाना चाहते हैं। मनरेगा को खत्म करने के पीछे गांधी की विचारधारा को मारने की साजिश थी। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने पूरे देश को बेच दिया है अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 2005 में काम के अधिकार की सरकारी गारंटी दी गई। इसके तहत मनरेगा मनाया गया। यह निश्चित किया गया की 100 दिन के रोजगार की गारंटी देगा। यह मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इसका 90% बजट केंद्र की सरकार उठाएगी। इसमें ग्राम सरकार को ताकत दी गई थी। फिर 2014 में एक ऐसी सरकार आई जो जनता के पीड़ा के प्रति संवेदनशील नहीं है। ये सरकार मार्केटिंग करने वाली सरकार है। ये सरकार देश के संसाधनों को बेचने वाली सरकार है। हमें पहले से पता था कि यह सरकार रोजगार को लेकर बिल्कुल भी संजीदा नहीं है। यह एक ऐसी सरकार है जो देश में तमाम संसाधन को बेच रही है। उसे पूंजीपतियों के हाथों में सौंप रही है और इस सरकार ने केवल नाम बदलने का काम किया है। यह सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से नफरत करती है। इन्हीं के कार्यकर्ता गोडसे द्वारा गांधी जी की हत्या करवाई गई। इन लोगों की सोच हिटलर वाली है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने पूरे देश को बेच दिया है। यह लोग धर्म का इस्तेमाल राजनीति के लिए करते हैं। जीतन राम मांझी ने कहा है कि अगर राज्यसभा की सीट नहीं मिली तो वह एनडीए छोड़ देंगे। इसपर अब कांग्रेस ने हमला बोला है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि जीतन राम मांझी कहीं नहीं जाएंगे। बीजेपी ने वोट चोरी करके उनको तीन सीट दे दिया है। यह जीतन राम मांझी की प्रेशर पॉलिटिक्स है, भाजपा को अपनी तरफ लाने की। अगर वह इतना भी नहीं बोलेंगे तो भाजपा उनको अहमियत नहीं देगी। मैं गारंटी के साथ कह रहा हूं कि अगर भाजपा उनको राज्यसभा की सीट नहीं भी देगी तो भी वह कहीं नहीं जाने वाले हैं। ये लोग चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। मनरेगा को खत्म करने के पीछे गांधी की विचारधारा को मारने की साजिश मनरेगा के नाम बदलने को लेकर आज कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। राजेश नाम ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मनरेगा मजदूरों को गारंटी देने वाली इस स्कीम को मोदी सरकार खत्म करना चाहती है। आजादी के लड़ाई में बीजेपी और आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही है। ये लोग भारत के इतिहास को खत्म करने में लगे हुए हैं। गांधी की जगह गोडसे की विचारधारा को आगे लाना चाहते हैं। मनरेगा को खत्म करने के पीछे गांधी की विचारधारा को मारने की साजिश थी। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने पूरे देश को बेच दिया है अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 2005 में काम के अधिकार की सरकारी गारंटी दी गई। इसके तहत मनरेगा मनाया गया। यह निश्चित किया गया की 100 दिन के रोजगार की गारंटी देगा। यह मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इसका 90% बजट केंद्र की सरकार उठाएगी। इसमें ग्राम सरकार को ताकत दी गई थी। फिर 2014 में एक ऐसी सरकार आई जो जनता के पीड़ा के प्रति संवेदनशील नहीं है। ये सरकार मार्केटिंग करने वाली सरकार है। ये सरकार देश के संसाधनों को बेचने वाली सरकार है। हमें पहले से पता था कि यह सरकार रोजगार को लेकर बिल्कुल भी संजीदा नहीं है। यह एक ऐसी सरकार है जो देश में तमाम संसाधन को बेच रही है। उसे पूंजीपतियों के हाथों में सौंप रही है और इस सरकार ने केवल नाम बदलने का काम किया है। यह सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से नफरत करती है। इन्हीं के कार्यकर्ता गोडसे द्वारा गांधी जी की हत्या करवाई गई। इन लोगों की सोच हिटलर वाली है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने पूरे देश को बेच दिया है। यह लोग धर्म का इस्तेमाल राजनीति के लिए करते हैं।  

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