Asthma In Winter Season: सर्दी के मौसम में बीमारियों का कहर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। अब ऐसे में प्रदूषण का खौफ भी अपनी धौंस जमा रहा है। हाल ही में दिल्ली जैसे महानगर में लोगों का रहना दूभर साबित हो रहा है। सर्दी के कारण जब सुबह से लेकर शाम तक कोहरे की चादरें हटती ही नहीं हैं, तो न कुछ दिखाई देता है और न ही कोई काम हो पाता है।
ऐसी स्थिति में अस्थमा और अन्य सांस के मरीजों का हाल बेहाल हो जाता है।
एलर्जी के मरीज, जिन्हें गर्मियों में भी कूलर की ठंडी हवा बर्दाश्त नहीं होती, उनके लिए इस मौसम में सांस लेना भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति एलर्जिक अस्थमा वाले मरीजों की होती है। आइए डॉ. आदित्य सोनी से जानते हैं कि अस्थमा के मरीजों को इस कोहरे और सर्दी के प्रकोप से बचने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
कोहरा और अस्थमा का संबंध(Asthma In Winter Season)
अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसे पूरी तरह ठीक करना अभी संभव नहीं हो पाया है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित कर राहत पाई जा सकती है। जिन लोगों को अनकंट्रोल्ड अस्थमा की शिकायत होती है, उनकी स्थिति सर्दी के मौसम में बहुत ज्यादा खराब हो जाती है। कोहरा अस्थमा को ट्रिगर करने का काम करता है। चूंकि अस्थमा सांस की बीमारी है, इसलिए कोहरे और बढ़ती ठंड का सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है।
सर्दी में अस्थमा मरीज इन बातों का रखें ध्यान(Winter Health Tips)
1. मास्क का प्रयोग– अस्थमा मरीजों को सर्दी में अधिकतर समय मास्क लगाकर रहना चाहिए। मास्क ठंडी हवा और धूल के कणों से बचाता है। घर से बाहर निकलते समय मास्क के साथ पर्याप्त गर्म कपड़े जरूर पहनें।
2. नियमित दवाएं लें– इस मौसम में एक दिन के लिए भी दवाएं न छोड़ें। नियमित रूप से अपनी दवाएं और इनहेलर लें। यदि थोड़ी भी दिक्कत महसूस हो, तो उसे नजरअंदाज न करें।
3. संतुलित आहार– अस्थमा मरीजों को अपनी डाइट में हरी सब्जियां, साबुत अनाज, फल और दूध शामिल करना चाहिए। सही पोषण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
4. दिनचर्या में सुधार– सर्दी अस्थमा को ट्रिगर करती है, इसलिए अपनी दिनचर्या में ये बदलाव जरूर लाएं:
- अपने घर को धूल और धुएं से मुक्त रखें।
- घर में नमी (सीलन) न होने दें।
- पर्याप्त नींद लें और तनाव से जितना हो सके बचें।


