झाबुआ जिले के जामली स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में ‘सप्तशक्ति संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्राम भारती शिक्षा समिति, जिला झाबुआ ने विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान के निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया। इसका मुख्य उद्देश्य मातृशक्ति का जागरण और पारिवारिक मूल्यों को सुदृढ़ करना था। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अमृता दीदी भावसार (उपाध्यक्ष, प्रांतीय समिति मालवा एवं प्रांतीय संयोजिका) उपस्थित थीं। मुख्य अतिथि पेटलावद की खंड स्रोत समन्वयक रेखा गिरी रहीं, जबकि ग्राम भारती शिक्षा समिति की जिला संयोजिका इला हाड़ा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्य वक्ता अमृता दीदी भावसार ने अपने उद्बोधन में कुटुंब प्रबोधन और भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को नैतिक मूल्यों और संस्कारों से जोड़ना अनिवार्य है। परिवारों में प्रेम, सामंजस्य और प्रकृति के प्रति सम्मान बढ़ाना होगा, क्योंकि राष्ट्र निर्माण की नींव सुदृढ़ परिवारों से ही पड़ती है। मुख्य अतिथि रेखा गिरी ने भारतीय संस्कृति में माता के महत्व और कुटुंब प्रबोधन विषय पर मातृशक्ति का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में उपस्थित माताओं के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई और विशिष्ट माताओं को सम्मानित भी किया गया। अतिथियों का परिचय रायपुरिया की प्रधानाचार्य ललिता भारती ने कराया। चेतना नितेश शर्मा, ज्योति राव (झकनावदा) और यशोदा वर्मा (रायपुरिया) ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन रजनी सांखला ने किया, जबकि रागिनी सोनगरा ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष रामचंद्र पाटीदार, जिला प्रमुख विनोद झलाया, सेवा भारती धार से जितेंद्र कुमार भावसार और चंदन हाडा सहित कई विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे। इनमें प्रहलाद हाडा, प्रहलाद आंजना, प्रवीण पांचाल, अमन राठौड़ और प्राचार्य शिवराम खंडहर शामिल थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सरस्वती शिशु मंदिर रायपुरिया और करड़ावद का विशेष सहयोग रहा।


