सीपीआई ने शेखपुरा में निकाला प्रतिरोध मार्च,पीएम का फूंका पुतला:मनरेगा कानून में छेड़छाड़, जी राम जी कानून वापस लेने की मांग

सीपीआई ने शेखपुरा में निकाला प्रतिरोध मार्च,पीएम का फूंका पुतला:मनरेगा कानून में छेड़छाड़, जी राम जी कानून वापस लेने की मांग

शेखपुरा। सोमवार को सीपीआई की जिला परिषद ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। प्रदर्शनकारी मनरेगा कानून में कथित छेड़छाड़ बंद करने और ‘जी राम जी’ कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। यह मार्च पार्टी जिला कार्यालय से शुरू होकर पटेल चौक, खांडपर, कटरा चौक और चांदनी चौक होते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने हाथों में प्रधानमंत्री का पुतला और लाल झंडे लेकर “मनरेगा कानून में छेड़छाड़ बंद करो”, “मजदूरों को काम का अधिकार छीनना बंद करो”, “जी राम जी बिल वापस लो” जैसे नारे लगाए। इस अवसर पर पार्टी के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा लाया गया मनरेगा कानून ग्रामीण आम जनता के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ था। इस कानून से देश के किसान, मजदूर और ग्रामीण निवासियों को काफी लाभ मिला, जिससे ग्राम पंचायत व्यवस्था भी मजबूत हुई। उन्होंने आगे कहा कि बिहार के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार युवाओं और खासकर महिलाओं को भी समान अधिकार मिलने लगे थे, जिससे गांवों का विकास हुआ। पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इस कानून के साथ छेड़छाड़ कर इसे कमजोर करने की योजना बना रही है। प्रभात कुमार पांडेय ने बताया कि सरकार ने बिना संसद में बहस किए ‘जी राम जी’ कानून लाकर एक नया प्रारूप तैयार किया है। इस विरोध प्रदर्शन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शेखपुरा अंचल सचिव नीधीश कुमार गोलू, पार्टी नेता कैलाश दास, राजेंद्र महतो, दुर्गा मांझी, नंदलाल राम, नीरज पासवान, विश्वनाथ प्रसाद, विजय कुमार यादव और उर्मिला देवी सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे। शेखपुरा। सोमवार को सीपीआई की जिला परिषद ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। प्रदर्शनकारी मनरेगा कानून में कथित छेड़छाड़ बंद करने और ‘जी राम जी’ कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। यह मार्च पार्टी जिला कार्यालय से शुरू होकर पटेल चौक, खांडपर, कटरा चौक और चांदनी चौक होते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने हाथों में प्रधानमंत्री का पुतला और लाल झंडे लेकर “मनरेगा कानून में छेड़छाड़ बंद करो”, “मजदूरों को काम का अधिकार छीनना बंद करो”, “जी राम जी बिल वापस लो” जैसे नारे लगाए। इस अवसर पर पार्टी के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा लाया गया मनरेगा कानून ग्रामीण आम जनता के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ था। इस कानून से देश के किसान, मजदूर और ग्रामीण निवासियों को काफी लाभ मिला, जिससे ग्राम पंचायत व्यवस्था भी मजबूत हुई। उन्होंने आगे कहा कि बिहार के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार युवाओं और खासकर महिलाओं को भी समान अधिकार मिलने लगे थे, जिससे गांवों का विकास हुआ। पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इस कानून के साथ छेड़छाड़ कर इसे कमजोर करने की योजना बना रही है। प्रभात कुमार पांडेय ने बताया कि सरकार ने बिना संसद में बहस किए ‘जी राम जी’ कानून लाकर एक नया प्रारूप तैयार किया है। इस विरोध प्रदर्शन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शेखपुरा अंचल सचिव नीधीश कुमार गोलू, पार्टी नेता कैलाश दास, राजेंद्र महतो, दुर्गा मांझी, नंदलाल राम, नीरज पासवान, विश्वनाथ प्रसाद, विजय कुमार यादव और उर्मिला देवी सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।  

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