सुल्तानपुर में सोमवार को वंदे मातरम गीत की 150वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर शहर के पंत स्टेडियम में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संयुक्त सेवा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के हजारों छात्र-छात्राओं और सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक आयोजन में पीटीएस अधिकारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के प्रति भावना जागृत करना और उन्हें इसके महत्व से अवगत कराना था। पीटीएस एसपी बृजेश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारत माता की आराधना हमारी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने ‘वंदे मातरम’ को केवल एक गीत नहीं, बल्कि ‘भारत की आत्मा’ बताया। मिश्रा ने आगे कहा कि यह गीत विभिन्न जातियों, धर्मों और संप्रदायों को एक सूत्र में पिरोकर भारत माता की सेवा में लगा सकता है। यह देश में चेतना का संचार भी करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह राष्ट्रगीत हर भारतीय में ‘भारतीयता’ का भाव विकसित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह गीत पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक पूरे देश को जोड़ने का कार्य करता है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि ‘वंदे मातरम’ गीत के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह गौरवशाली आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस गीत को गाकर ही देश के वीर सपूतों ने स्वतंत्रता प्राप्त की थी, इसलिए आज की युवा पीढ़ी के लिए इसके महत्व को जानना अत्यंत आवश्यक है। अग्रवाल ने ‘विकसित भारत’ के 2047 के विजन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सभी लोग मिलकर इस लक्ष्य को कामयाब बनाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जिस तरह इस गीत को गाकर देश स्वतंत्र हुआ, उसी तरह हमारा देश विकसित भी होगा। इस अवसर पर डॉ. एके सिंह, डॉ. आरए वर्मा, डॉ. जेपी सिंह, डॉ. सुधाकर सिंह, कुंवर डॉ. दिनकर प्रताप सिंह और डॉ. एसके गोयल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


