‘मां-बेटी की जोड़ी सिर्फ कथावाचक से रुपए ऐंठना चाहती हैं’:महिला विकास मंच की चीफ का दावा; दरभंगा के महंत पर नाबालिग से रेप, अबॉर्शन का है आरोप

‘मां-बेटी की जोड़ी सिर्फ कथावाचक से रुपए ऐंठना चाहती हैं’:महिला विकास मंच की चीफ का दावा; दरभंगा के महंत पर नाबालिग से रेप, अबॉर्शन का है आरोप

महिला विकास मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने कहा है कि दरभंगा के महंत और कथावाचक पर रेप और अबॉर्शन का आरोप लगाने वाली नाबालिग और उसकी मां सिर्फ रुपए ऐंठना चाहती हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि दोनों पक्षों की तीन बार काउंसिलिंग हुई है। काउंसिलिंग में मामला 25 लाख के सेटलमेंट पर आ गया था। लेकिन जब कथावाचक तय समय पर जब पैसा देने आए, तो नाबालिग और उसकी मां ने 1 करोड़ रुपए और दरभंगा में एक कट्ठा जमीन की डिमांड कर दी। वीणा मानवी ने कहा कि आरोप पैसे ऐंठने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने वीडियो में कहा कि 20 अगस्त को मेरे पास नाबालिग की ओर से एक आवेदन दिया गया था। आवेदन में नाबालिग की ओर से कहा गया था कि शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण किया गया है। आरोपी एक कथावाचक हैं। आवेदन मिलने के बाद मैंने दोनों पक्षों को एक साथ बैठाया। कथावाचक अपनी टीम के साथ आए थे, जबकि नाबालिग अपनी मां के साथ आई थी। दोनों पक्षों की तीन बार काउंसिलिंग की गई। दरअसल, 3 दिसंबर को दरभंगा के लहेरियासराय महिला थाना में पहुंची 17 साल की एक नाबालिग ने दरभंगा के कथावाचक 31 साल के श्रवण दास पर शादी का झांसा देकर रेप और दो बार अबॉर्शन का आरोप लगाया था। मामले में 19 दिसंबर को पोक्सो और संबंधित धाराओं के तहत आरोपी कथावाचक के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। हालांकि, इससे पहले 8 दिसंबर को कथावाचक की ओर से एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया गया था। फिलहाल, आरोपी कथावाचक फरार है। अब इस मामले में महिला विकास मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष वीणा मानवी का वीडियो सामने आया है। पढ़िए, पूरा मामला क्या था और नाबालिग के आरोपों पर वीणा मानवी ने क्या कहा? सबसे पहले देखिए मामले से जुड़ी 2 तस्वीरें ‘काउंसिलिंग में मामला 25 लाख रुपए के सेटलमेंट पर आया था’ वीणा मानवी ने कहा कि गलतियां हुई हैं या नहीं, ये जांच का विषय है, क्योंकि एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कथावाचक नाबालिग को माला पहना रहे हैं, सिंदूर लगा रहे हैं। हालांकि, इस बारे में कथावाचक का कहना है कि उन्होंने खुद की इज्जत बचाने के लिए ये सब किया है। लेकिन काउंसिलिंग में मामला 25 लाख रुपए की सेटलमेंट पर आ गया। दूसरी काउंसिलिंग में पैसा देने की बात थी। लड़की की मां से मेरी बातचीत भी हुई। कथावाचक भी अपनी टीम के साथ पैसा लेकर आए थे। लेकिन बाद में दूसरी काउंसिलिंग में ही नाबालिग की मां ने कहा कि हमें 25 लाख रुपए नहीं एक करोड़ रुपए और दरभंगा में एक कट्ठा जमीन चाहिए, तब मामला रफा-दफा करेंगे। नहीं तो कथावाचक शादी करके मेरी बेटी को अपने साथ रखें। वीणा मानवी बोलीं- आखिर 2 साल तक नाबालिग, उसकी मां कहां थीं? महिला विकास मंच की संरक्षक ने कहा कि अब सवाल ये है कि आखिर 2 साल बाद तक नाबालिग और उसकी मां कहां थी। अगर नाबालिग के साथ रेप हुआ, अबॉर्शन कराया गया, तो उसने उस वक्त शिकायत क्यों नहीं की। जैसे ही नाबालिग की मां ने 25 लाख से 1 करोड़ की डिमांड की, मुझे समझ आ गया कि सारा मामला सेटलमेंट का है, पैसे के खेल का है। कथावाचक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत FIR दर्ज नाबालिग को शादी का झांसा देकर रेप और अबॉर्शन के मामले में 20 दिसंबर को आरोपी कथावाचक श्रवण दास महाराज उर्फ श्रवण ठाकुर के खिलाफ महिला थाना में पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। FIR में श्रीराम जानकी मंदिर और पचाढ़ी स्थान के महंत राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा को भी आरोपी बनाया गया है। नाबालिग की मां की ओर से दर्ज कराई गई FIR में आरोप लगाया गया है कि कथावाचक ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर एक साल तक शारीरिक शोषण किया। नाबालिग जब प्रेग्नेंट हो गई, तो आरोपी ने दो बार उसे अबॉर्शन की दवा भी खिलाई। इससे बच्ची की तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की हालत में सुधार हुआ। पीड़िता की मां के अनुसार, कथावाचक ने उनके घर में ही किराए पर कमरा ले रखा था और घर में किसी के नहीं रहने पर नाबालिग के साथ गलत कृत्य करता था। जब इस संबंध में मंदिर के महंत और आरोपी श्रवण दास महाराज के गुरू मौनी बाबा को जानकारी दी गई, तो उन्होंने कथित रूप से आश्वासन दिया कि लड़की के बालिग होने पर दोनों की शादी करवा दी जाएगी। आरोप है कि 29 नवंबर 2024 को मौनी बाबा की ओर से बंद कमरे में कथावाचक और नाबालिग लड़की की शादी करवाई गई। परिजनों पर मामला दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया गया। इस कथित शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की भी बात सामने आई। पीड़िता की मां ने यह भी आरोप लगाया है कि कथावाचक द्वारा अश्लील फोटो व वीडियो बनाए गए और जान से मारने की धमकी दी जाती थी। आरोपी कथावाचक अंडरग्राउंड, वीडियो अपलोड कर खुद को निर्दोष बताया था फिलहाल, कथावाचक श्रवण दास अंडरग्राउंड बताए जा रहे हैं। विवाद बढ़ने के बाद 8 दिसंबर को सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने खुद को साजिश के तहत फंसाए जाने का दावा किया है। कथावाचक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 11 मिनट 52 सेकेंड का वीडियो जारी कर आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। भावुक होते हुए कहा कि ‘मैं जहां भी हूं, सुरक्षित हूं। आरोप पूरी तरह से निराधार है। पिछले 2 साल से मां और बेटी मेरे पीछे पड़ी हुई है। मुझे बदनाम कर रही है। कथावाचक ने कहा था- आत्महत्या नहीं करूंगा, लेकिन मानसिक रूप से परेशान हूं श्रवण दास ने फेसबुक पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा कि मैं जहां-जहां कथा करने जाता हूं, वहां मां-बेटी पहुंच जाती है। मेरे बारे में गलत बातें फैलाती हैं।’ श्रवण दास ने साफ कहा कि, ‘अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए किसी अन्य व्यक्ति को दोषी न ठहराया जाए। मौनी बाबा को मेरी वजह से कोई परेशान न करें। मैं अपने जीवन को नए ढंग से जीने का प्रयास कर रहा हूं। मैं आत्महत्या नहीं करूंगा। मानसिक रूप से बेहद परेशान हूं। आत्महत्या जैसे कदम नहीं उठाएंगे, क्योंकि यह पाप है। पिछले दो साल से मानसिक यातना झेल रहा हूं। मुझे लग रहा है कि चारों ओर से रास्ता बंद हो गया है। अगर समाज के सामने मेरी गलती प्रमाणित हो जाती है, तो मैं स्वीकार कर लूंगा।’ 3 दिसंबर को मां संग थाना गई थी नाबालिग, 19 दिसंबर को हुई थी FIR नाबालिग 3 दिसंबर को अपनी मां के साथ महिला थाने लहेरियासराय पहुंची थी, लेकिन बिना आवेदन दिए ही वहां से निकल गई थी। महिला थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी ने बताया कि मैं अवकाश पर थी। छुट्टी से लौटने के बाद 19 दिसंबर 2025 को मुझे आवेदन मिला, जिसके आधार पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। महिला थाना कांड संख्या 182/25 के तहत आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 64(1), 351(2), 352, 89, 3(5) तथा पॉक्सो एक्ट की धारा 4/6 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। उधर, लड़की ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कथावाचक मांग में सिंदूर भरते दिखाई दे रहे हैं। दोनों फूलों की माला पहने हैं। दूसरी तस्वीर में दोनों घर के अंदर बैठे दिखाई देते हैं। कार्यक्रम के दौरान मां से मेरा नंबर लिया था पीड़िता ने बताया कि, ‘श्रवण दास खुद पचाढ़ी स्थान के महंत राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा के शिष्य हैं। वीआईपी रोड, श्रीराम जानकी मंदिर पचाढ़ी छावनी वार्ड-42 में रहते हैं। 3 जून 2023 को एक कार्यक्रम में मेरे मां से श्रवण दास ने मोबाइल नंबर लिया। उसके बाद वो मुझसे फोन पर बातचीत करने लगे। 24 फरवरी 2024 को अचानक वो मेरे घर आए और मां से किराए पर कमरा मांगा। फिर मेरे घर पर ही किराया देकर रहने लगे। 2 मार्च 2024 को घर में अकेले पाकर शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए।’ शादी का पूछा तो बोला- मेरी सेवा करती रहो सब होगा लड़की ने आगे बताया कि, इसके बाद हम चोरी छिपे मिलते रहे। वो अक्सर मुझे अकेले में बुलाते और मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाते। वो कहते थे तुम बहुत लकी हो जो मैंने तुम्हें छुआ है। मैंने तुमसे प्रेम किया है। कभी वो मेरे घर आते तो कभी मंदिर में बुलाते। हमारे रिश्ते के बारे में घर के साथ गांव को भी धीरे-धीरे पता चलता जा रहा था। एक दिन मैं उनके पास गई मैंने कहा कि क्या हम अब शादी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तुम 17 साल की हो। अभी नाबालिग हो। बालिग हो जाओ फिर शादी का सोचेंगे। अभी तो तुम बस मेरी आज्ञा मानो। मेरी सेवा करो। जितनी सेवा करोगी उतना फल मिलेगा। वो मुझसे कहते थे कि तुम मुझे बिना कपड़ों के ज्यादा अच्छी लगती हो, इसलिए मेरे पास आओ तो कपड़े उतार ही दिया करो। मैं कथावाचक समझकर उनकी सेवा कर रही थी। मुझे भरोसा था कि समय आने पर वो मुझसे शादी कर लेंगे, लेकिन उन्होंने शादी से इनकार कर दिया। आखिर में जानिए कौन है आरोपी कथावाचक श्रवण दास महाराज श्रवण दास महाराज दरभंगा के पचाढ़ी मठ में रहते हैं। मठ के महामंडलेश्वर राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा और अन्य साधु-संतों के मुताबिक, श्रवण दास 8 साल की उम्र में ही अपने परिवार को छोड़ मौनी बाबा के पास आ गए थे। पीएचडी तक पढ़ाई-लिखाई की। 10 साल से वे कथावाचन कर रहे हैं। शुरुआत छोटे कार्यक्रमों से हुई थी। सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण से उनकी लोकप्रियता बढ़ी। कई लोग घर बैठे उनकी कथा सुनते हैं। श्रवण दास के गुरू मौनी बाबा ने दैनिक भास्कर को बताया था कि श्रवण दास महाराज उनके बेटे के सामान हैं। श्रवण 8 साल की उम्र से उनके पास हैं।। कथा, पंडिताई और वेद-शास्त्र सब कुछ उन्हें मौनी बाबा ने ही सिखाया है। मैंने सैकड़ों शिष्यों को तैयार किया है, लेकिन श्रवण जैसा तेज-समर्पण कम ही देखने को मिलता है। उनके आचरण में कमी नहीं देखी गई। मिथिलांचल के लगभग 200 गांवों में श्रवण दास ने कथा कही है। किसी स्थान से शिकायत नहीं आई। मेरा लड़की से आग्रह है कि, सीता के आदर्श को अपनाए। किसी को बदनाम करने से समाज-सनातन दोनों कमजोर होते हैं। श्रवण दास महाराज का सबसे हालिया कथा कार्यक्रम केवटी प्रखंड की कर्जापट्टी पंचायत में हुआ था। यह आयोजन पंचायत के पूर्व मुखिया ने कराया था। पूर्व मुखिया ने बताया कि कार्यक्रम 7 दिनों तक चला था। श्रोताओं का कहना है कि श्रवण दास महाराज के पास ग्रैंड विटारा कार है, उसी से वे गांव-शहर में कथावाचन के लिए जाते हैं। महिला विकास मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने कहा है कि दरभंगा के महंत और कथावाचक पर रेप और अबॉर्शन का आरोप लगाने वाली नाबालिग और उसकी मां सिर्फ रुपए ऐंठना चाहती हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि दोनों पक्षों की तीन बार काउंसिलिंग हुई है। काउंसिलिंग में मामला 25 लाख के सेटलमेंट पर आ गया था। लेकिन जब कथावाचक तय समय पर जब पैसा देने आए, तो नाबालिग और उसकी मां ने 1 करोड़ रुपए और दरभंगा में एक कट्ठा जमीन की डिमांड कर दी। वीणा मानवी ने कहा कि आरोप पैसे ऐंठने के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने वीडियो में कहा कि 20 अगस्त को मेरे पास नाबालिग की ओर से एक आवेदन दिया गया था। आवेदन में नाबालिग की ओर से कहा गया था कि शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण किया गया है। आरोपी एक कथावाचक हैं। आवेदन मिलने के बाद मैंने दोनों पक्षों को एक साथ बैठाया। कथावाचक अपनी टीम के साथ आए थे, जबकि नाबालिग अपनी मां के साथ आई थी। दोनों पक्षों की तीन बार काउंसिलिंग की गई। दरअसल, 3 दिसंबर को दरभंगा के लहेरियासराय महिला थाना में पहुंची 17 साल की एक नाबालिग ने दरभंगा के कथावाचक 31 साल के श्रवण दास पर शादी का झांसा देकर रेप और दो बार अबॉर्शन का आरोप लगाया था। मामले में 19 दिसंबर को पोक्सो और संबंधित धाराओं के तहत आरोपी कथावाचक के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। हालांकि, इससे पहले 8 दिसंबर को कथावाचक की ओर से एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया गया था। फिलहाल, आरोपी कथावाचक फरार है। अब इस मामले में महिला विकास मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष वीणा मानवी का वीडियो सामने आया है। पढ़िए, पूरा मामला क्या था और नाबालिग के आरोपों पर वीणा मानवी ने क्या कहा? सबसे पहले देखिए मामले से जुड़ी 2 तस्वीरें ‘काउंसिलिंग में मामला 25 लाख रुपए के सेटलमेंट पर आया था’ वीणा मानवी ने कहा कि गलतियां हुई हैं या नहीं, ये जांच का विषय है, क्योंकि एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कथावाचक नाबालिग को माला पहना रहे हैं, सिंदूर लगा रहे हैं। हालांकि, इस बारे में कथावाचक का कहना है कि उन्होंने खुद की इज्जत बचाने के लिए ये सब किया है। लेकिन काउंसिलिंग में मामला 25 लाख रुपए की सेटलमेंट पर आ गया। दूसरी काउंसिलिंग में पैसा देने की बात थी। लड़की की मां से मेरी बातचीत भी हुई। कथावाचक भी अपनी टीम के साथ पैसा लेकर आए थे। लेकिन बाद में दूसरी काउंसिलिंग में ही नाबालिग की मां ने कहा कि हमें 25 लाख रुपए नहीं एक करोड़ रुपए और दरभंगा में एक कट्ठा जमीन चाहिए, तब मामला रफा-दफा करेंगे। नहीं तो कथावाचक शादी करके मेरी बेटी को अपने साथ रखें। वीणा मानवी बोलीं- आखिर 2 साल तक नाबालिग, उसकी मां कहां थीं? महिला विकास मंच की संरक्षक ने कहा कि अब सवाल ये है कि आखिर 2 साल बाद तक नाबालिग और उसकी मां कहां थी। अगर नाबालिग के साथ रेप हुआ, अबॉर्शन कराया गया, तो उसने उस वक्त शिकायत क्यों नहीं की। जैसे ही नाबालिग की मां ने 25 लाख से 1 करोड़ की डिमांड की, मुझे समझ आ गया कि सारा मामला सेटलमेंट का है, पैसे के खेल का है। कथावाचक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत FIR दर्ज नाबालिग को शादी का झांसा देकर रेप और अबॉर्शन के मामले में 20 दिसंबर को आरोपी कथावाचक श्रवण दास महाराज उर्फ श्रवण ठाकुर के खिलाफ महिला थाना में पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। FIR में श्रीराम जानकी मंदिर और पचाढ़ी स्थान के महंत राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा को भी आरोपी बनाया गया है। नाबालिग की मां की ओर से दर्ज कराई गई FIR में आरोप लगाया गया है कि कथावाचक ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर एक साल तक शारीरिक शोषण किया। नाबालिग जब प्रेग्नेंट हो गई, तो आरोपी ने दो बार उसे अबॉर्शन की दवा भी खिलाई। इससे बच्ची की तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की हालत में सुधार हुआ। पीड़िता की मां के अनुसार, कथावाचक ने उनके घर में ही किराए पर कमरा ले रखा था और घर में किसी के नहीं रहने पर नाबालिग के साथ गलत कृत्य करता था। जब इस संबंध में मंदिर के महंत और आरोपी श्रवण दास महाराज के गुरू मौनी बाबा को जानकारी दी गई, तो उन्होंने कथित रूप से आश्वासन दिया कि लड़की के बालिग होने पर दोनों की शादी करवा दी जाएगी। आरोप है कि 29 नवंबर 2024 को मौनी बाबा की ओर से बंद कमरे में कथावाचक और नाबालिग लड़की की शादी करवाई गई। परिजनों पर मामला दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया गया। इस कथित शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की भी बात सामने आई। पीड़िता की मां ने यह भी आरोप लगाया है कि कथावाचक द्वारा अश्लील फोटो व वीडियो बनाए गए और जान से मारने की धमकी दी जाती थी। आरोपी कथावाचक अंडरग्राउंड, वीडियो अपलोड कर खुद को निर्दोष बताया था फिलहाल, कथावाचक श्रवण दास अंडरग्राउंड बताए जा रहे हैं। विवाद बढ़ने के बाद 8 दिसंबर को सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने खुद को साजिश के तहत फंसाए जाने का दावा किया है। कथावाचक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 11 मिनट 52 सेकेंड का वीडियो जारी कर आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। भावुक होते हुए कहा कि ‘मैं जहां भी हूं, सुरक्षित हूं। आरोप पूरी तरह से निराधार है। पिछले 2 साल से मां और बेटी मेरे पीछे पड़ी हुई है। मुझे बदनाम कर रही है। कथावाचक ने कहा था- आत्महत्या नहीं करूंगा, लेकिन मानसिक रूप से परेशान हूं श्रवण दास ने फेसबुक पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा कि मैं जहां-जहां कथा करने जाता हूं, वहां मां-बेटी पहुंच जाती है। मेरे बारे में गलत बातें फैलाती हैं।’ श्रवण दास ने साफ कहा कि, ‘अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए किसी अन्य व्यक्ति को दोषी न ठहराया जाए। मौनी बाबा को मेरी वजह से कोई परेशान न करें। मैं अपने जीवन को नए ढंग से जीने का प्रयास कर रहा हूं। मैं आत्महत्या नहीं करूंगा। मानसिक रूप से बेहद परेशान हूं। आत्महत्या जैसे कदम नहीं उठाएंगे, क्योंकि यह पाप है। पिछले दो साल से मानसिक यातना झेल रहा हूं। मुझे लग रहा है कि चारों ओर से रास्ता बंद हो गया है। अगर समाज के सामने मेरी गलती प्रमाणित हो जाती है, तो मैं स्वीकार कर लूंगा।’ 3 दिसंबर को मां संग थाना गई थी नाबालिग, 19 दिसंबर को हुई थी FIR नाबालिग 3 दिसंबर को अपनी मां के साथ महिला थाने लहेरियासराय पहुंची थी, लेकिन बिना आवेदन दिए ही वहां से निकल गई थी। महिला थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी ने बताया कि मैं अवकाश पर थी। छुट्टी से लौटने के बाद 19 दिसंबर 2025 को मुझे आवेदन मिला, जिसके आधार पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। महिला थाना कांड संख्या 182/25 के तहत आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 64(1), 351(2), 352, 89, 3(5) तथा पॉक्सो एक्ट की धारा 4/6 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। उधर, लड़की ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कथावाचक मांग में सिंदूर भरते दिखाई दे रहे हैं। दोनों फूलों की माला पहने हैं। दूसरी तस्वीर में दोनों घर के अंदर बैठे दिखाई देते हैं। कार्यक्रम के दौरान मां से मेरा नंबर लिया था पीड़िता ने बताया कि, ‘श्रवण दास खुद पचाढ़ी स्थान के महंत राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा के शिष्य हैं। वीआईपी रोड, श्रीराम जानकी मंदिर पचाढ़ी छावनी वार्ड-42 में रहते हैं। 3 जून 2023 को एक कार्यक्रम में मेरे मां से श्रवण दास ने मोबाइल नंबर लिया। उसके बाद वो मुझसे फोन पर बातचीत करने लगे। 24 फरवरी 2024 को अचानक वो मेरे घर आए और मां से किराए पर कमरा मांगा। फिर मेरे घर पर ही किराया देकर रहने लगे। 2 मार्च 2024 को घर में अकेले पाकर शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए।’ शादी का पूछा तो बोला- मेरी सेवा करती रहो सब होगा लड़की ने आगे बताया कि, इसके बाद हम चोरी छिपे मिलते रहे। वो अक्सर मुझे अकेले में बुलाते और मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाते। वो कहते थे तुम बहुत लकी हो जो मैंने तुम्हें छुआ है। मैंने तुमसे प्रेम किया है। कभी वो मेरे घर आते तो कभी मंदिर में बुलाते। हमारे रिश्ते के बारे में घर के साथ गांव को भी धीरे-धीरे पता चलता जा रहा था। एक दिन मैं उनके पास गई मैंने कहा कि क्या हम अब शादी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तुम 17 साल की हो। अभी नाबालिग हो। बालिग हो जाओ फिर शादी का सोचेंगे। अभी तो तुम बस मेरी आज्ञा मानो। मेरी सेवा करो। जितनी सेवा करोगी उतना फल मिलेगा। वो मुझसे कहते थे कि तुम मुझे बिना कपड़ों के ज्यादा अच्छी लगती हो, इसलिए मेरे पास आओ तो कपड़े उतार ही दिया करो। मैं कथावाचक समझकर उनकी सेवा कर रही थी। मुझे भरोसा था कि समय आने पर वो मुझसे शादी कर लेंगे, लेकिन उन्होंने शादी से इनकार कर दिया। आखिर में जानिए कौन है आरोपी कथावाचक श्रवण दास महाराज श्रवण दास महाराज दरभंगा के पचाढ़ी मठ में रहते हैं। मठ के महामंडलेश्वर राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा और अन्य साधु-संतों के मुताबिक, श्रवण दास 8 साल की उम्र में ही अपने परिवार को छोड़ मौनी बाबा के पास आ गए थे। पीएचडी तक पढ़ाई-लिखाई की। 10 साल से वे कथावाचन कर रहे हैं। शुरुआत छोटे कार्यक्रमों से हुई थी। सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण से उनकी लोकप्रियता बढ़ी। कई लोग घर बैठे उनकी कथा सुनते हैं। श्रवण दास के गुरू मौनी बाबा ने दैनिक भास्कर को बताया था कि श्रवण दास महाराज उनके बेटे के सामान हैं। श्रवण 8 साल की उम्र से उनके पास हैं।। कथा, पंडिताई और वेद-शास्त्र सब कुछ उन्हें मौनी बाबा ने ही सिखाया है। मैंने सैकड़ों शिष्यों को तैयार किया है, लेकिन श्रवण जैसा तेज-समर्पण कम ही देखने को मिलता है। उनके आचरण में कमी नहीं देखी गई। मिथिलांचल के लगभग 200 गांवों में श्रवण दास ने कथा कही है। किसी स्थान से शिकायत नहीं आई। मेरा लड़की से आग्रह है कि, सीता के आदर्श को अपनाए। किसी को बदनाम करने से समाज-सनातन दोनों कमजोर होते हैं। श्रवण दास महाराज का सबसे हालिया कथा कार्यक्रम केवटी प्रखंड की कर्जापट्टी पंचायत में हुआ था। यह आयोजन पंचायत के पूर्व मुखिया ने कराया था। पूर्व मुखिया ने बताया कि कार्यक्रम 7 दिनों तक चला था। श्रोताओं का कहना है कि श्रवण दास महाराज के पास ग्रैंड विटारा कार है, उसी से वे गांव-शहर में कथावाचन के लिए जाते हैं।  

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