खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र में सोमवार को समावेशी शिक्षा के तहत तीन दिवसीय गैर-आवासीय नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू हुआ। यह प्रशिक्षण राज्य शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के अधिकार और समानता के बारे में जागरूक करना है। इसके तहत सभी विद्यालयों के नोडल या नामित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षकों द्वारा दिव्यांग बच्चों की पहचान, उन्हें विद्यालय में मिलने वाली सरकारी सुविधाएं जैसे रैंप, ट्राई साइकिल, ब्रेल लिपि, मूक-बधिरों के लिए अलग पठन-पाठन, बैसाखी, छात्रवृत्ति और प्रमाण पत्र सहित अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांग बच्चे भी समान शिक्षा और समान अधिकार प्राप्त कर सकें। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशिक्षक यशवंत सिंह और हीरालाल शर्मा द्वारा शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर और राष्ट्रगान के साथ किया गया। खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र में सोमवार को समावेशी शिक्षा के तहत तीन दिवसीय गैर-आवासीय नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू हुआ। यह प्रशिक्षण राज्य शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के अधिकार और समानता के बारे में जागरूक करना है। इसके तहत सभी विद्यालयों के नोडल या नामित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षकों द्वारा दिव्यांग बच्चों की पहचान, उन्हें विद्यालय में मिलने वाली सरकारी सुविधाएं जैसे रैंप, ट्राई साइकिल, ब्रेल लिपि, मूक-बधिरों के लिए अलग पठन-पाठन, बैसाखी, छात्रवृत्ति और प्रमाण पत्र सहित अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांग बच्चे भी समान शिक्षा और समान अधिकार प्राप्त कर सकें। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशिक्षक यशवंत सिंह और हीरालाल शर्मा द्वारा शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर और राष्ट्रगान के साथ किया गया।


