प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज अजमेर दरगाह में चादर पेश की जाएगी। पीएम मोदी की ओर से केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री किरेन रिजिजू चादर पेश करेंगे। वे अजमेर पहुंच चुके हैं। चादर पेश करने के बाद पीएम मोदी का जायरीन के नाम संदेश बुलंद दरवाजे से सुनाया जाएगा। 814वे उर्स में पीएम मोदी की ओर से 12वीं बार अजमेर दरगाह में चादर पेश की जाएगी। बता दें,अजमेर दरगाह का उर्स सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (गरीब नवाज) की पुण्यतिथि (विसाल) के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो उनके अल्लाह से मिलन का जश्न होता है,यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के रजब महीने में, उनकी मृत्यु के दिन (6 रजब) से शुरू होकर छह दिनों तक चलता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु आते हैं और शांति व भाईचारे का संदेश देते हैं। रजब इस्लामी (हिजरी) कैलेंडर का सातवां महीना है और अल्लाह द्वारा निर्धारित चार पवित्र महीनों में से एक है। रजब का महीना शाबान और रमज़ान के पवित्र महीने से पहले आता है। अजमेर दरगाह विवाद से संबंधित ये खबरें भी पढ़िए… अजमेर दरगाह विवाद हाईकोर्ट पहुंचा:अंजुमन कमेटी की सिविल कोर्ट में सुनवाई पर रोक की मांग, केंद्र का तर्क- कमेटी नहीं लगा सकती याचिका क्या पहले महादेव का मंदिर थी अजमेर शरीफ दरगाह; पक्ष और विपक्ष पर वो सब कुछ जो जानना जरूरी …… पढ़ें ये खबर भी… कलंदर-मलंगों ने आंख में डाले चाकू-सरिए; VIDEO:दिल्ली से छड़ी लेकर 18 दिन में पैदल अजमेर पहुंचे; उर्स में दिखाए करतब देशभर से कलंदर और मलंग अजमेर पहुंचे। यहां हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए जुलूस निकाला। किसी ने जीभ में लोहे की नुकीली छड़ घुसा ली तो किसी ने छड़ को गर्दन के आर-पार कर दिया। एक कलंदर ने चाकू से आंख की पुतलियां बाहर निकाल दी। वहीं एक ने आंख में लोहे का सरिया डाल लिया। उर्स में कलंदर और मलंग के करतब देखकर हर कोई आश्चर्यचकित हो गया। यह नजारा रविवार को गरीब नवाज के 814वें उर्स पर देखने को मिला। पूरे देश से करीब 2 हजार मलंग और कलंदर दिल्ली में जुटे इसके बाद महरौली से 450 किमी का सफर 18 दिन में पूरा करके अजमेर पहुंचे। पूरी खबर पढें


