संतकबीरनगर में पिछले पांच दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। कभी कोहरा तो कभी बादल छाए रहे। आज सुबह से ही पूरा जिला घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जिससे सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। गलन और ठंड के कारण खलीलाबाद शहर में लोग ठिठुरते नजर आए। जगह-जगह लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं कोहरे के कारण सड़कों पर ट्रैफिक में गिरावट देखने को मिली। जिले में आज अधिकतम तापमान लगभग 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। पिछले दो दिनों में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम में इस बदलाव के कारण संयुक्त जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। नाथनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के अधीक्षक और फिजिशियन डॉ. श्वेतांक सिंह ने बताया कि ठंड बढ़ने से खांसी, जुकाम के साथ फेफड़ों में संक्रमण और सांस की नली में सूजन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। डॉ. सिंह के अनुसार, अत्यधिक ठंड से हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है, जिससे रक्तचाप कम हो सकता है और शरीर के अंग ठीक से काम करना बंद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ठंड में रक्त वाहिकाओं के सिकुड़ने से रक्तचाप बढ़ने और हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ जाता है।
डॉ. श्वेतांक सिंह ने बुजुर्गों, बच्चों और पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड में सुबह या शाम को टहलने से बचें। यदि बाहर निकलना आवश्यक हो तो पूरे गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हाई-प्रोटीन डाइट और विटामिन-सी युक्त मौसमी फलों को अपने आहार में शामिल करें। नियमित अंतराल पर गुनगुना पानी पीते रहें। बीपी या हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को अपनी दवाएं नियमित रूप से लेनी चाहिए और डॉक्टर से लगातार सलाह लेते रहना चाहिए।


