UP बोर्ड की 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा 24 जनवरी शुरू होगी। यह परीक्षा 2 चरणों में आयोजित होगी। अब इसमें भी परीक्षकों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। इसके लिए उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह की ओर से विशेष प्लानिंग की गई है। जिस केंद्र पर परीक्षा लेने प्रायोगिक परीक्षक जाएंगे, वहां भेजे जाने वाली सूची में परीक्षक की फोटो पहले से ही लगी रहेगी। इससे केंद्र व्यवस्थापक असली और फर्जी परीक्षकों की आसानी से पहचान कर सकेंगे। इसके अलावा परीक्षा के संबंध में जो निर्देश केंद्रों को भेजे जाते हैं, उसमें यह स्पष्ट रहेगा कि क्या करना है और क्या नहीं करना है। नियुक्ति पत्र और सूची में करेंगे मिलान परीक्षकों को जो नियुक्ति पत्र दिया जाता है, उसमें परीक्षक के मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण और फोटो रहती ही है, लेकिन केंद्र की सूची में परीक्षक की फोटो नहीं होने से फर्जी परीक्षक भी केंद्र पर पहुंच जाते रहे हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। जब परीक्षक केंद्र पर पहुंचेगा तो उसकी नियुक्ति पत्र से और केंद्र की सूची से फोटो समेत पूरा विवरण भी मिलान किया जाएगा। इससे फर्जी परीक्षकों को रोका जा सकेगा। दरअसल, अभी तक केंद्र की सूची में परीक्षक की फोटो नहीं होती थी। परीक्षार्थियों को एप के जरिए मिलेंगे ऑनलाइन नंबर केंद्रों पर प्रायोगिक परीक्षा आयोजन के दौरान केंद्र व्यवस्थापकों/प्रधानाचार्यों को होने वाली समस्याओं को जानने के लिए बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने पिछले दिनों ही विभागीय अधिकारियों एवं कुछ प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की थी। इसमें फर्जी परीक्षकों को रोके जाने का मामला उठाया गया था। इसके बाद ही सचिव की ओर से यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा परीक्षार्थियों को अंक पिछली बार की तरह एप के माध्यम से विद्यालय परिसर से ही आनलाइन दिए जाएंगे।


