जेल से छूटने के बाद दोबारा खोली शराब की फैक्ट्री, सील कर माफिया की तलाश जारी

जेल से छूटने के बाद दोबारा खोली शराब की फैक्ट्री, सील कर माफिया की तलाश जारी

मद्य निषेध उत्पाद विभाग की टीम ने रामकृष्णानगर के खेमनीचक स्थित जगदंबा कॉलोनी के एक लॉज में छापेमारी कर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का उद्‌भेदन किया है। छापेमारी के दौरान 53 लीटर स्प्रिट, 4 लीटर कैमिकल, 1550 खाली बोतल, 2500 ढक्कन, 2000 क्यूआर कोड, 1000 स्टीकर, 59 लीटर शराब और एक मशीन बरामद की गई है। हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सूत्रों की माने तो इस फैक्ट्री का संचालन जेल से छूटकर आया शराब माफिया और उसके साथी कर रहे थे। सभी खुसरुपुर और फतुहा के रहने वाले हैं। उत्पाद विभाग की टीम ने शराब माफियाओं की पहचान कर ली है और तलाश में छापेमारी कर रही है। सहायक उत्पाद आयुक्त प्रेम प्रकाश ने कहा कि तीन-चार दिनों से यह सूचना मिल रही थी कि खेमनीचक इलाके में नकली शराब बनाई जा रही है। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। यह फैक्ट्री लॉज के एक कमरे में चोरी-छिपे चल रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री से कई ब्रांडेड शराब कंपनी की खाली बोतल, रैपर, बारकोड आदि को बरामद किया है। माफिया नकली शराब बनाने के लिए हाईड्रोमीटर का इस्तेमाल करता था। हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल शराब की गुणवत्ता, उसमें अल्कोहल की मात्रा और उसका स्ट्रेंथ मापने के लिए किया जाता है। माफिया इसी हाइड्रोमीटर से ब्रांडेड शराब में अल्कोहल की मात्रा की जांच कर उसका इस्तेमाल नकली शराब बनाने में कर रहा था। बोतल की पंचिंग करने के लिए अगल से मशीन भी थी, ताकि किसी को शराब के नकली होने का आभास नहीं हो। बेउर में देसी शराब की दर्जनों भट्ठियां ध्वस्त, दो गिरफ्तार फुलवारीशरीफ|बेउर पुलिस ने हसनपुरा में अभियान चलाकर दर्जनों देसी शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया है। यह कार्रवाई नहर के करीब की गई। इस मामले में हसनपुरा मुसहरी निवासी मंगरू मांझी की प|ी पूजा देवी और हरनीचक निवासी मिथलेश शाह को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने करीब 1000 लीटर कच्चा जावा भी नष्ट कर दिया। मौके से पुलिस ने करीब 65 लीटर देसी शराब जब्त की है। धंधेबाज नहर के चाट को खोदकर उसमें छोटे-छोटे ड्राम छिपा देते हैं और अवैध शराब का निर्माण करते हैं। थानेदार अफसर आलम ने बताया कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। मद्य निषेध उत्पाद विभाग की टीम ने रामकृष्णानगर के खेमनीचक स्थित जगदंबा कॉलोनी के एक लॉज में छापेमारी कर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का उद्‌भेदन किया है। छापेमारी के दौरान 53 लीटर स्प्रिट, 4 लीटर कैमिकल, 1550 खाली बोतल, 2500 ढक्कन, 2000 क्यूआर कोड, 1000 स्टीकर, 59 लीटर शराब और एक मशीन बरामद की गई है। हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सूत्रों की माने तो इस फैक्ट्री का संचालन जेल से छूटकर आया शराब माफिया और उसके साथी कर रहे थे। सभी खुसरुपुर और फतुहा के रहने वाले हैं। उत्पाद विभाग की टीम ने शराब माफियाओं की पहचान कर ली है और तलाश में छापेमारी कर रही है। सहायक उत्पाद आयुक्त प्रेम प्रकाश ने कहा कि तीन-चार दिनों से यह सूचना मिल रही थी कि खेमनीचक इलाके में नकली शराब बनाई जा रही है। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। यह फैक्ट्री लॉज के एक कमरे में चोरी-छिपे चल रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री से कई ब्रांडेड शराब कंपनी की खाली बोतल, रैपर, बारकोड आदि को बरामद किया है। माफिया नकली शराब बनाने के लिए हाईड्रोमीटर का इस्तेमाल करता था। हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल शराब की गुणवत्ता, उसमें अल्कोहल की मात्रा और उसका स्ट्रेंथ मापने के लिए किया जाता है। माफिया इसी हाइड्रोमीटर से ब्रांडेड शराब में अल्कोहल की मात्रा की जांच कर उसका इस्तेमाल नकली शराब बनाने में कर रहा था। बोतल की पंचिंग करने के लिए अगल से मशीन भी थी, ताकि किसी को शराब के नकली होने का आभास नहीं हो। बेउर में देसी शराब की दर्जनों भट्ठियां ध्वस्त, दो गिरफ्तार फुलवारीशरीफ|बेउर पुलिस ने हसनपुरा में अभियान चलाकर दर्जनों देसी शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया है। यह कार्रवाई नहर के करीब की गई। इस मामले में हसनपुरा मुसहरी निवासी मंगरू मांझी की प|ी पूजा देवी और हरनीचक निवासी मिथलेश शाह को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने करीब 1000 लीटर कच्चा जावा भी नष्ट कर दिया। मौके से पुलिस ने करीब 65 लीटर देसी शराब जब्त की है। धंधेबाज नहर के चाट को खोदकर उसमें छोटे-छोटे ड्राम छिपा देते हैं और अवैध शराब का निर्माण करते हैं। थानेदार अफसर आलम ने बताया कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।  

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