स्वर्णनगरी में पर्यटन सीजन अपने चरम पर है और क्रिसमस व नववर्ष के दौरान पर्यटकों का जबरदस्त सैलाब उमडऩे की संभावना है। देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिदिन हजारों सैलानी जैसलमेर पहुंच रहे हैं। सोनार दुर्ग, गड़ीसर सरोवर, पटवों की हवेलियां, व्यास छतरी तथा सम और खुहड़ी के रेत के धोरों पर दिन से देर रात तक रौनक बनी हुई है। सुहावना मौसम और मरुस्थलीय संस्कृति का आकर्षण जैसलमेर को इस समय देश के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में शामिल कर रहा है।
पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के अनुसार होटल, गेस्ट हाउस और रिसोर्ट में बुकिंग तेजी से भर रही है। सम क्षेत्र के डेजर्ट कैंप और रिसोर्ट में कई स्थानों पर पहले ही वेटिंग शुरू हो चुकी है। बढ़ती मांग के चलते कमरों के किराए में भारी उछाल आया है। सामान्य दिनों की तुलना में दाम दोगुने से तीन गुना तक पहुंच गए हैं और नववर्ष के आसपास इनमें और बढ़ोतरी की आशंका है।
पिछले सीजन के अनुभव सैलानियों के लिए चेतावनी बने हुए हैं। पीक सीजन में सीमित आवास व्यवस्था और अचानक बढ़ी भीड़ के कारण कई पर्यटकों को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और फुटपाथ पर रात गुजारनी पड़ी थी। बिना अग्रिम व्यवस्था पहुंचे सैलानी सबसे अधिक परेशान हुए थे। इसे देखते हुए जानकारों ने सैलानियों को यात्रा से पहले होटल, रिसोर्ट या होम स्टे की प्री बुकिंग कराने की सलाह दी है। परिवार और समूह में आने वाले पर्यटकों के लिए यह व्यवस्था आवश्यक मानी जा रही है।
प्रशासनिक तंत्र अलर्ट, किए अतिरिक्त प्रबंध
दिसंबर के अंतिम सप्ताह सैलानियों की संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। सोनार दुर्ग, सम सेंड ड्यून्स और अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा, सफाई और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त प्रबंध किए जा रहे हैं ताकि पर्यटकों को असुविधा न हो। पर्यटन विशेषज्ञ गिरिराज डावाणी का मानना है कि समय रहते ठहराव और परिवहन की योजना बनाकर आने वाले सैलानियों के लिए जैसलमेर की यात्रा यादगार बन सकती है।
सैलानियों के लिए जरूरी सलाह
- यात्रा से पहले होटल या होम स्टे की पुष्टि करें
-पीक डेट्स पर किराए सामान्य से कई गुना अधिक
-सम क्षेत्र में डेजर्ट कैंप की बुकिंग पहले से करें
- देर रात पहुंचने से बचें, ठहराव संकट हो सकता है


