कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में दिव्यांगजनों के लिए एक विशेष जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 162 दिव्यांग व्यक्तियों की चिकित्सकीय जांच की गई। शिविर का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र से संबंधित प्रक्रिया को सरल बनाना और उन्हें एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना रहा। पूर्व आवेदन के आधार पर हुई जांच हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सितेश कुमार ने बताया कि यह शिविर विशेष रूप से दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए आयोजित किया गया था। शिविर में शामिल सभी 162 दिव्यांगजनों ने पहले से ऑनलाइन अथवा निर्धारित माध्यम से आवेदन किया था। उसी के आधार पर उनकी शारीरिक जांच की गई। डॉक्टरों की टीम ने प्रत्येक लाभार्थी की सावधानीपूर्वक जांच कर उसकी दिव्यांगता की प्रकृति, श्रेणी और प्रतिशत का आकलन किया। जांच प्रक्रिया पूरी तरह निर्धारित मानकों के अनुरूप की गई। समय और खर्च की बचत डॉ. सितेश कुमार ने बताया कि इस प्रकार के विशेष शिविरों से दिव्यांगजनों को बार-बार अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ते, जिससे उनके समय और धन दोनों की बचत होती है। उन्होंने कहा कि शिविर का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांगजन बिना किसी परेशानी के सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा कर सकें। जांच पूरी होने के बाद सभी योग्य लाभार्थियों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र तैयार किए जाएंगे। इसके माध्यम से वे केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, पेंशन, छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य लाभ और अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। व्यवस्था रही सुचारू शिविर के दौरान सदर अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके परिजन उपस्थित रहे। अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूरी व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया गया। पंजीकरण, जांच और मार्गदर्शन की प्रक्रिया को आसान बनाया गया, जिससे लाभार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। लाभार्थियों ने की सराहना शिविर में पहुंचे दिव्यांगजनों और उनके परिजनों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक ही दिन और एक ही स्थान पर जांच की सुविधा मिलने से उन्हें काफी राहत मिली है। लोगों ने भविष्य में भी इस तरह के शिविरों के आयोजन की मांग की। कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में दिव्यांगजनों के लिए एक विशेष जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 162 दिव्यांग व्यक्तियों की चिकित्सकीय जांच की गई। शिविर का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र से संबंधित प्रक्रिया को सरल बनाना और उन्हें एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना रहा। पूर्व आवेदन के आधार पर हुई जांच हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सितेश कुमार ने बताया कि यह शिविर विशेष रूप से दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए आयोजित किया गया था। शिविर में शामिल सभी 162 दिव्यांगजनों ने पहले से ऑनलाइन अथवा निर्धारित माध्यम से आवेदन किया था। उसी के आधार पर उनकी शारीरिक जांच की गई। डॉक्टरों की टीम ने प्रत्येक लाभार्थी की सावधानीपूर्वक जांच कर उसकी दिव्यांगता की प्रकृति, श्रेणी और प्रतिशत का आकलन किया। जांच प्रक्रिया पूरी तरह निर्धारित मानकों के अनुरूप की गई। समय और खर्च की बचत डॉ. सितेश कुमार ने बताया कि इस प्रकार के विशेष शिविरों से दिव्यांगजनों को बार-बार अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ते, जिससे उनके समय और धन दोनों की बचत होती है। उन्होंने कहा कि शिविर का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांगजन बिना किसी परेशानी के सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा कर सकें। जांच पूरी होने के बाद सभी योग्य लाभार्थियों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र तैयार किए जाएंगे। इसके माध्यम से वे केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, पेंशन, छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य लाभ और अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। व्यवस्था रही सुचारू शिविर के दौरान सदर अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके परिजन उपस्थित रहे। अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूरी व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया गया। पंजीकरण, जांच और मार्गदर्शन की प्रक्रिया को आसान बनाया गया, जिससे लाभार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। लाभार्थियों ने की सराहना शिविर में पहुंचे दिव्यांगजनों और उनके परिजनों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक ही दिन और एक ही स्थान पर जांच की सुविधा मिलने से उन्हें काफी राहत मिली है। लोगों ने भविष्य में भी इस तरह के शिविरों के आयोजन की मांग की।


