अंबिकापुर. शहर में नेशनल हाइवे की मरम्मत को लेकर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से शहर के भीतर एनएच की सडक़ का मरम्मत कार्य पिछले कई दिनों से चल रहा है। इसी कड़ी में सदर रोड पर ठेकेदार द्वारा कड़ाके की ठंड में रात करीब 12 बजे सडक़ की टायरिंग (Corruption in NH repair) शुरू की गई। ठंड के कारण स्थानीय लोगों ने रात में सडक़ मरम्मत का विरोध किया और घटिया डामर के इस्तेमाल का आरोप लगाया, लेकिन अधिकारियों ने जल्दबाजी में काम पूरा करा दिया। हैरानी की बात यह रही कि सुबह होते ही पूरी सडक़ उखड़ गई।

दरअसल जब नगर निगम के कर्मचारी सफाई के लिए रविवार की सुबह सदर रोड में पहुंचे तो सडक़ की हालत देखकर वे भी दंग रह गए। रातों-रात बनी सडक़ का उखड़ जाना भ्रष्टाचार 9Corruption in NH repair) की पोल खोलने के लिए काफी था। इसके बाद उखड़ी हुई सडक़ के मलबे को कचरा ढोने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर वहां से हटा दिया गया।
स्थानीय लोगों में एनएच अधिकारियों (Corruption in NH repair) के खिलाफ भारी गुस्सा है। लोगों का कहना है कि पिछले 2 साल से जर्जर सडक़ों के कारण वे परेशान हैं।
बरसात के दिनों में सांसद, विधायक और महापौर ने सडक़ों पर उतरकर मरम्मत और गुणवत्ता पूर्ण निर्माण का भरोसा दिलाया था, लेकिन बरसात बीतने के बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं।
Corruption in NH repair: मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति
अंबिकापुर शहर के भीतर से गुजरने वाली नेशनल हाइवे (Corruption in NH repair) की सडक़ सदर रोड, महामाया चौक और देवीगंज रोड जैसे प्रमुख इलाकों को जोड़ती है। विभाग द्वारा करीब 10 किलोमीटर लंबी सडक़ की पेंच रिपेयरिंग के नाम पर 2.5 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।

साथ ही कुछ महीनों बाद इसी सडक़ का करीब 42 करोड़ रुपए की लागत से दोबारा निर्माण प्रस्तावित है। आरोप है कि मरम्मत के नाम पर केवल दिखावटी टायरिंग कर फोटो खींचकर भुगतान निकालने की तैयारी की गई है।
अधिकारियों ने नहीं उठाया फोन
इस संबंध में जब पक्ष जानने एनएच के अधिकारियों (Corruption in NH repair) आरडी ताम्बरे व विभाग के एसडीओ निखिल लकड़ा के मोबाइल पर कॉल किया गया, लेकिन दोनों ने कॉल रिसीव नहीं किया।


