बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ, जमुई की एक महत्वपूर्ण मासिक बैठक रविवार दोपहर सतगामा स्थित संघ कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष के. यादव ने की। इस अवसर पर संघ के गोल्डन जुबली (स्वर्ण जयंती) वर्ष को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई और इसे गरिमामय एवं अनुशासित ढंग से मनाने पर सर्वसम्मति बनी। बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष के. यादव ने कहा कि बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ का स्वर्ण जयंती वर्ष संगठन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसे सीमित खर्च में लेकिन प्रभावशाली तरीके से मनाया जाएगा, ताकि संघ की गरिमा और एकता दोनों बनी रहे। उन्होंने कहा कि गोल्डन जुबली समारोह पूर्व सैनिकों के त्याग, समर्पण और राष्ट्रसेवा को समर्पित रहेगा। पूर्व सैनिकों के हितों को लेकर हुई चर्चा बैठक में संघ के विस्तार और सशक्तिकरण को लेकर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। विशेष रूप से पूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके परिजनों को जिला स्तर पर अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। इसमें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, पेंशन से जुड़ी समस्याओं के समाधान, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता और प्रशासनिक सहयोग को लेकर ठोस पहल करने का निर्णय लिया गया। संगठन को मजबूत करने पर जोर संघ की गतिविधियों को और प्रभावी बनाने के लिए संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, नए सदस्यों को जोड़ने और पूर्व सैनिकों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में संघ को और अधिक सक्रिय, संगठित और सशक्त बनाने का संकल्प लिया। संघ की एकता ही सबसे बड़ी ताकत बैठक के अंत में जिला अध्यक्ष के. यादव ने सभी उपस्थित पूर्व सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संघ की मजबूती ही पूर्व सैनिकों के सम्मान, अधिकारों और हितों की सबसे बड़ी गारंटी है। उन्होंने सभी से संगठन के प्रति सक्रिय सहभागिता निभाने की अपील की। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों की सहभागिता रही। बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ, जमुई की एक महत्वपूर्ण मासिक बैठक रविवार दोपहर सतगामा स्थित संघ कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष के. यादव ने की। इस अवसर पर संघ के गोल्डन जुबली (स्वर्ण जयंती) वर्ष को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई और इसे गरिमामय एवं अनुशासित ढंग से मनाने पर सर्वसम्मति बनी। बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष के. यादव ने कहा कि बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ का स्वर्ण जयंती वर्ष संगठन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसे सीमित खर्च में लेकिन प्रभावशाली तरीके से मनाया जाएगा, ताकि संघ की गरिमा और एकता दोनों बनी रहे। उन्होंने कहा कि गोल्डन जुबली समारोह पूर्व सैनिकों के त्याग, समर्पण और राष्ट्रसेवा को समर्पित रहेगा। पूर्व सैनिकों के हितों को लेकर हुई चर्चा बैठक में संघ के विस्तार और सशक्तिकरण को लेकर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। विशेष रूप से पूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके परिजनों को जिला स्तर पर अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। इसमें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, पेंशन से जुड़ी समस्याओं के समाधान, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता और प्रशासनिक सहयोग को लेकर ठोस पहल करने का निर्णय लिया गया। संगठन को मजबूत करने पर जोर संघ की गतिविधियों को और प्रभावी बनाने के लिए संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, नए सदस्यों को जोड़ने और पूर्व सैनिकों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में संघ को और अधिक सक्रिय, संगठित और सशक्त बनाने का संकल्प लिया। संघ की एकता ही सबसे बड़ी ताकत बैठक के अंत में जिला अध्यक्ष के. यादव ने सभी उपस्थित पूर्व सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संघ की मजबूती ही पूर्व सैनिकों के सम्मान, अधिकारों और हितों की सबसे बड़ी गारंटी है। उन्होंने सभी से संगठन के प्रति सक्रिय सहभागिता निभाने की अपील की। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों की सहभागिता रही।


