बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने VB-G RAM G बिल को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि यह कानून सीधे तौर पर ग्रामीण मजदूरों, गरीबों और किसानों के हित में है। सांसद के अनुसार इस बिल से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, आजीविका मिशन को मजबूती मिलेगी और किसानों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान होगा। उन्होंने बिल में किए गए तीन बड़े बदलावों को इसकी प्रमुख विशेषता बताया। ग्रामीण कामगारों को अधिक दिनों तक मिलेगा काम डॉ. जायसवाल ने पहले बदलाव के बारे में बताया कि अब 100 दिनों के बजाय 125 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इससे ग्रामीण कामगारों को अधिक दिनों तक काम मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। यह उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है जो पूरी तरह से मजदूरी पर निर्भर हैं। दूसरे अहम बदलाव के तहत, इस योजना को आजीविका मिशन से जोड़ा गया है। इससे स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसका सीधा लाभ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा और रोजगार का दायरा व्यापक होगा। नई व्यवस्था से किसान खेती के लिए समय निकाल पाएंगे तीसरे लाभ के रूप में, इस योजना को 1 से 2 महीने के लिए रोकने का प्रावधान किया गया है। सांसद ने स्पष्ट किया कि पहले कटाई या बुआई के समय किसानों को श्रमिक नहीं मिलते थे, क्योंकि मजदूर मनरेगा जैसे कार्यों में व्यस्त रहते थे। इस नई व्यवस्था से किसान अपनी खेती के लिए समय पर मजदूर प्राप्त कर सकेंगे, जिससे कृषि कार्य बाधित नहीं होगा। किसानों और मजदूरों को समान रूप से मिलेगा लाभ डॉ. जायसवाल ने जोर देकर कहा कि ये तीनों बदलाव इस कानून को अधिक व्यावहारिक, संतुलित और जनहितकारी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून उन लोगों के अधिकारों को मजबूत करता है जिन्हें वास्तव में रोजगार की आवश्यकता है। सांसद ने विश्वास व्यक्त किया कि VB-G RAM G बिल ग्रामीण भारत में रोजगार और आजीविका के नए अवसर पैदा करेगा, जिससे किसानों और मजदूरों दोनों को समान रूप से लाभ मिलेगा। बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने VB-G RAM G बिल को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि यह कानून सीधे तौर पर ग्रामीण मजदूरों, गरीबों और किसानों के हित में है। सांसद के अनुसार इस बिल से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, आजीविका मिशन को मजबूती मिलेगी और किसानों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान होगा। उन्होंने बिल में किए गए तीन बड़े बदलावों को इसकी प्रमुख विशेषता बताया। ग्रामीण कामगारों को अधिक दिनों तक मिलेगा काम डॉ. जायसवाल ने पहले बदलाव के बारे में बताया कि अब 100 दिनों के बजाय 125 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इससे ग्रामीण कामगारों को अधिक दिनों तक काम मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। यह उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है जो पूरी तरह से मजदूरी पर निर्भर हैं। दूसरे अहम बदलाव के तहत, इस योजना को आजीविका मिशन से जोड़ा गया है। इससे स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसका सीधा लाभ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा और रोजगार का दायरा व्यापक होगा। नई व्यवस्था से किसान खेती के लिए समय निकाल पाएंगे तीसरे लाभ के रूप में, इस योजना को 1 से 2 महीने के लिए रोकने का प्रावधान किया गया है। सांसद ने स्पष्ट किया कि पहले कटाई या बुआई के समय किसानों को श्रमिक नहीं मिलते थे, क्योंकि मजदूर मनरेगा जैसे कार्यों में व्यस्त रहते थे। इस नई व्यवस्था से किसान अपनी खेती के लिए समय पर मजदूर प्राप्त कर सकेंगे, जिससे कृषि कार्य बाधित नहीं होगा। किसानों और मजदूरों को समान रूप से मिलेगा लाभ डॉ. जायसवाल ने जोर देकर कहा कि ये तीनों बदलाव इस कानून को अधिक व्यावहारिक, संतुलित और जनहितकारी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून उन लोगों के अधिकारों को मजबूत करता है जिन्हें वास्तव में रोजगार की आवश्यकता है। सांसद ने विश्वास व्यक्त किया कि VB-G RAM G बिल ग्रामीण भारत में रोजगार और आजीविका के नए अवसर पैदा करेगा, जिससे किसानों और मजदूरों दोनों को समान रूप से लाभ मिलेगा।


