बहराइच में अत्यधिक ठंड और शीतलहर के मद्देनजर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने निराश्रितों और कमजोर वर्ग के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने रैन बसेरों, अलाव और गौ आश्रय स्थलों में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को रात में रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वहां रात गुजारने वाले व्यक्तियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सभी रैन बसेरों में प्रकाश, पानी, शौचालय और बिस्तरों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण के दौरान अलाव स्थलों का भी जायजा लेने को कहा गया है। संबंधित अधिकारियों को समय पर अलाव जलवाने के निर्देश दिए गए हैं। ठंड और शीतलहर के कारण सभी अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि निराश्रितों और जरूरतमंदों को हर संभव राहत और मदद मिले, और कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए। उप जिलाधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों को जरूरतमंदों को कंबल वितरित कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, लेखपालों के माध्यम से ‘आपदा प्रहरी’ ऐप पर अलाव, रैन बसेरे और कंबल वितरण की जानकारी अपलोड करने को कहा गया है। उप जिलाधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों को शरद ऋतु के मद्देनजर गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित निराश्रित गोवंशों के लिए बिछावन और अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। बाड़ों को तिरपाल और टाट के पर्दों से ढकने के लिए भी कहा गया है।


