बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी (Sharif Usman Hadi) की मौत के बाद एक बार फिर हालात बिगड़ गए हैं। गुरुवार रात को हादी की मौत की खबर सामने आने के बाद देश में दंगे भड़क गए थे। गुस्साई भीड़ ने अखबार के दफ्तरों समेत कई जगहों पर तोड़-फोड़ की और जमकर बवाल मचाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हिंदू विरोधी नारे भी लगाए और एक हिंदू युवक की बेरहमी से हत्या की खबर भी सामने आई थी। दीपूचंद्र दास नामक इस युवक को मुस्लिम धर्म का अपमान करने के आरोप में भीड़ ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए अब बांग्लादेशी पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मोहम्मद यूनुस ने दी जानकारी
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी। यूनुस ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने उन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने दीपू चंद्र दास नामक एक हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या की थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान, 19 वर्षीय मोहम्मद लिमोन सरकार, 19 वर्षीय मोहम्मद तारेक हुसैन, 20 वर्षीय मोहम्मद मानिक मिया, 39 वर्षीय इरशाद अली, 20 वर्षीय निजुम उद्दीन, 38 वर्षीय आलमगीर हुसैन और 46 वर्षीय मोहम्मद मिराज हुसैन अकोन के रूप में हुई है।
दास की हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर आया सामने
दीपूचंद्र दास की हत्या को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश को आलोचना का सामना करना पड़ा था। भारत ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए बांग्लादेश में हिंदुओं के हालातों पर चिंता जताई थी। इसके बाद बांग्लादेश सरकार ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दास की सरेआम हत्या का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ ने पहले दास की जमकर पीटाई की और फिर उसे एक पेड़ से लटका दिया और फिर भीड़ ने जिंदा ही दास को जला दिया।


