भोपाल की 2 कॉलोनियों में बिजली का मुद्दा…मंत्री की मीटिंग:गोकुलधाम पर ₹1.27 करोड़ बकाया; द्वारकाधाम में बिल जमा नहीं करने वालों के कनेक्शन कटेंगे

भोपाल की 2 कॉलोनियों में बिजली का मुद्दा…मंत्री की मीटिंग:गोकुलधाम पर ₹1.27 करोड़ बकाया; द्वारकाधाम में बिल जमा नहीं करने वालों के कनेक्शन कटेंगे

भोपाल की 2 बड़ी कॉलोनी- गोकुलधाम और द्वारकाधाम सोसाइटी में बिजली की बकाया राशि के मुद्दे पर शुक्रवार को मंत्री विश्वास सारंग को मीटिंग करना पड़ी। गोकुलधाम में पिछले 1 साल से न तो बिल्डर और न ही कॉलोनी के लोगों ने बकाया राशि जमा कराई। इस कारण बकाया राशि 1.27 करोड़ रुपए हो गई। द्वारकाधाम में भी राशि बकाया है। ऐसे में अब सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। गांधीनगर जेल रोड स्थित गोकुलधाम सोसाइटी के करीब 400 घरों के बिजली कनेक्शन पिछले साल नवंबर महीने में काटे गए थे। इसके चलते रहवासियों ने विरोध प्रदर्शन किए थे। मंत्री सारंग की पहल पर मामला शांत हुआ। इस दौरान बिल्डर-कॉलोनी के लोगों द्वारा राशि जमा करने की बात कही थी, लेकिन अब तक राशि जमा नहीं की गई। इससे बकाया राशि का आंकड़ा बढ़ता गया। दोनों कॉलोनियों में आ रही बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर शुक्रवार को मंत्री सारंग ने बैठक की। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, निगम कमिश्नर संस्कृति जैन, बिजली कंपनी के एमडी क्षितिज सिंघल भी मौजूद थे। बैठक में बताया कि 29 नवंबर 2024 को लिए गए निर्णय के बाद भी राशि जमा नहीं कराई गई। द्वारकाधाम कॉलोनी में रहवासियों ने 17 लाख रुपए जमा किए, लेकिन बिल्डर ने बाकी 39 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया। जिससे यह राशि अब 53 लाख रुपए हो गई है। इसके अलावा द्वारकाधाम कॉलोनी के वर्तमान विद्युत बिलों के अंतर्गत लगभग 15 लाख रुपए बकाया है। यहां लोग नियमित राशि जमा करवा रहे हैं। दूसरी ओर, गोकुलधाम कॉलोनी के बारे में बताया कि पिछली बैठक के समय कुल बकाया राशि 72 लाख रुपए थी। जिसमें से रहवासियों को 5 मासिक किश्तों में 28 लाख और बिल्डर को 44 लाख रुपए जमा करने थे। बावजूद अब तक न तो रहवासियों ने और न ही बिल्डर ने कोई राशि जमा कराई। इस कारण बकाया राशि बढ़कर सवा करोड़ रुपए से अधिक हो गई है। मंत्री ने दोनों पक्षों को सुना, फिर दिए निर्देश
शुक्रवार को हुई बैठक में मंत्री सारंग ने दोनों पक्षों को सुना। गोकुलधाम कॉलोनी के संबंध में कॉलोनीवासी और बिजली कंपनी के बीच सहमति के आधार पर 31 दिसंबर-25 तक कुल राशि का 50% हिस्सा कॉलोनीवासियों एवं बिल्डर द्वारा जमा कराया जाएगा। इस राशि के जमा होने के बाद कॉलोनी की बिजली समस्या के निराकरण के लिए बिजली कंपनी आवश्यक कार्यादेश (वर्क ऑर्डर) जारी करने की अनुमति देगी। बाकी राशि 15 जनवरी-26 तक जमा कराए जाने की बात कही गई। कॉलोनी में शेष अधोसंरचना कार्यों एवं स्थायी विद्युत व्यवस्था से संबंधित समस्त कार्य कॉलोनाइजर कराएगा। जिसके अनुपात में की गई प्रगति के अनुसार नगर निगम बंधक भू-खंडों को नियमानुसार मुफ्त कर देगा। द्वारकानगर कॉलोनी के संबंध में कहा कि बिल्डर द्वारा अपने उत्तरदायित्व के अंतर्गत शेष बकाया विद्युत राशि समय-सीमा में जमा कराई जाए। संपूर्ण कॉलोनी के लिए जारी विद्युत देयकों की वसूली के लिए कॉलोनीवासियों द्वारा दो कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। जिनके माध्यम से संग्रहित राशि मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी को जमा कराई जाएगी। उक्त कर्मचारियों पर होने वाले व्यय की पूर्ति बिल्डर करेगी। जो कॉलोनीवासी लंबे समय से बिजली बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनके कनेक्शन तहसीलदार, पुलिस एवं कंपनी कर्मचारियों के संयुक्त दल तत्काल काटे जाएंगे। ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन तभी पुन: जुड़ेंगे, जो राशि जमा कर देंगे। कॉलोनी के शेष विकास कार्यों को पूरा करने के लिए बंधक भू-खंडों का नियमानुसार व्ययन कर नगर निगम आवश्यक कार्रवाई करेगा। साथ ही, बिजली कंपनी गोकुलधाम एवं द्वारकाधाम कॉलोनियों को भविष्य में पृथक-पृथक कॉलोनियों के रूप में माना जाएगा। समय-सीमा एवं प्रशासनिक प्रतिबद्धता
मंत्री सारंग ने दोनों कॉलोनियों के बिल्डर एवं रहवासियों को निर्देशित किया कि समस्त बकाया बिजली बिलों का पूर्ण भुगतान एक माह की समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा, नागरिकों को निर्बाध बिजली आपूर्ति उपलब्ध हो, इसके लिए संबंधित बिल्डर एवं रहवासियों को भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा। वरना, प्रशासन सख्त कार्रवाई भी करेगा।

​ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *