ज्योतिषाचार्य साध्वी प्राची ने शुक्रवार को मैनपुरी में अपने शिष्य परिवार नेहा अंजुमन चौहान के आवास पर मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मनरेगा योजना के नाम बदलने और राज्यसभा में हुए हंगामे को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के बयान पर कड़ा जवाब दिया। साध्वी प्राची ने कहा कि देश की राजनीति जिस स्तर तक पहुंच गई है। उसकी कल्पना शायद भगवान श्रीराम ने भी नहीं की होगी। उन्होंने कहा कि राजनीति में कम से कम वक्तव्य की पवित्रता होनी चाहिए। लेकिन आज विपक्ष हिंदुओं के आराध्य भगवान श्रीराम पर कटाक्ष कर रहा है, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले तृणमूल कांग्रेस, फिर कांग्रेस और अब आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अपनी निम्न स्तरीय राजनीति को सार्वजनिक मंचों पर उजागर किया है। साध्वी प्राची ने केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना के नाम में ‘राम’ शब्द जोड़े जाने को सकारात्मक कदम बताया। हिंदू देवी-देवताओं का उड़ाया जाता है मजाक उन्होंने कहा कि जीवन के हर मोड़ पर राम नाम का महत्व है। सुबह की शुरुआत से लेकर जीवन की अंतिम यात्रा तक राम नाम जुड़ा होता है—तो फिर राम नाम से आपत्ति क्यों? संजय सिंह को चुनौती देते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि वे किसी अन्य धर्म के पैगंबर पर एक शब्द बोलकर दिखाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल हिंदू देवी-देवताओं का ही मजाक उड़ाया जाता है और हिंदू समाज इसे चुपचाप सहन करता है। महात्मा गांधी के नाम हटाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अलग विषय है, जिस पर अलग से चर्चा होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने रावण का उदाहरण देते हुए कहा कि उसने भी अंतिम समय में भगवान राम का नाम लिया था और तभी उद्धार संभव हुआ। साध्वी प्राची के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में एक बार फिर तीखी बहस छिड़ने के आसार हैं।


