बांका जिले के रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बिहार सरकार के निर्देश पर नि:शुल्क आंख जांच और मुफ्त चश्मा वितरण की सुविधा शुरू की गई है। इस पहल से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक अत्याधुनिक मशीनों की मदद से आंखों की जांच की जा रही है। यह सुविधा हर उम्र के लोगों के लिए पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध है। स्वास्थ्य केंद्र में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विष्णु राज मरीजों की जांच कर रहे हैं, जबकि ब्रजेश कुमार टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत हैं। आधुनिक उपकरणों की सहायता से आंखों की सटीक जांच की जा रही है, जिससे समय पर बीमारियों की पहचान संभव हो पा रही है। इस व्यवस्था से ग्रामीण इलाकों के लोगों को अब निजी क्लीनिकों में पैसे खर्च करने या दूर-दराज के अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। जांच के बाद जिन मरीजों को चश्मे की जरूरत होती है, उनका नाम और पता दर्ज किया जा रहा है, ताकि उन्हें जल्द ही मुफ्त चश्मा उपलब्ध कराया जा सके। शुक्रवार को कुल 15 आंख रोगियों की जांच की गई। स्वास्थ्य केंद्र में शुरू की गई यह सुविधा ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम मानी जा रही है। बांका जिले के रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बिहार सरकार के निर्देश पर नि:शुल्क आंख जांच और मुफ्त चश्मा वितरण की सुविधा शुरू की गई है। इस पहल से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक अत्याधुनिक मशीनों की मदद से आंखों की जांच की जा रही है। यह सुविधा हर उम्र के लोगों के लिए पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध है। स्वास्थ्य केंद्र में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विष्णु राज मरीजों की जांच कर रहे हैं, जबकि ब्रजेश कुमार टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत हैं। आधुनिक उपकरणों की सहायता से आंखों की सटीक जांच की जा रही है, जिससे समय पर बीमारियों की पहचान संभव हो पा रही है। इस व्यवस्था से ग्रामीण इलाकों के लोगों को अब निजी क्लीनिकों में पैसे खर्च करने या दूर-दराज के अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। जांच के बाद जिन मरीजों को चश्मे की जरूरत होती है, उनका नाम और पता दर्ज किया जा रहा है, ताकि उन्हें जल्द ही मुफ्त चश्मा उपलब्ध कराया जा सके। शुक्रवार को कुल 15 आंख रोगियों की जांच की गई। स्वास्थ्य केंद्र में शुरू की गई यह सुविधा ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम मानी जा रही है।


