पाकिस्तान के नक्शेकदम पर चल रहा बांग्लादेश, पड़ोसी देश की स्थिति पर बोले गिरिराज सिंह

पाकिस्तान के नक्शेकदम पर चल रहा बांग्लादेश, पड़ोसी देश की स्थिति पर बोले गिरिराज सिंह
बांग्लादेश में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें कम से कम चार लोग घायल हो गए, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को इस घटना को एक दुखद घटना बताया। संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि यह एक दुखद घटना है। भारत में धर्मनिरपेक्षता की बात करने वालों के लिए यह विशेष रूप से चिंताजनक है। ऐसी घटनाएं गंभीर प्रश्न उठाती हैं और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
 

इसे भी पढ़ें: G-RAM-G Bill के खिलाफ संसद परिसर में TMC का धरना, गिरिराज सिंह बोले- विरोध करने वाले मजदूरों के दुश्मन

बांग्लादेश की स्थिति पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह खेदजनक है कि बांग्लादेश पाकिस्तान के नक्शेकदम पर चल रहा है और देश में ममता बनर्जी जैसी नेता हैं जो भारत को बांग्लादेश में बदलना चाहती हैं। कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने भी इस स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह बेहद खेदजनक है कि बांग्लादेश, जिस देश की स्थापना में भारत ने मदद की, अब हमारे खिलाफ रुख अपना रहा है। नेपाल और श्रीलंका की मौजूदा स्थिति, और इससे पहले पाकिस्तान में हुई घटनाएं, कूटनीतिक जिम्मेदारी के महत्व को उजागर करती हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने शुक्रवार को बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पड़ोसी देश में ‘घटनाक्रम के पीछे कट्टरपंथियों का हाथ है’। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि स्थिति पर उनका नियंत्रण है। भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय स्थिति से उचित ढंग से निपट रहे हैं तथा वे उसी अनुरूप जवाब देंगे। 
 

इसे भी पढ़ें: जनता की बजाय मीडिया पर निर्भर विपक्ष? गिरिराज सिंह ने विरोध प्रदर्शनों को बताया ‘नाटक’

राज्यसभा सदस्य ने संवाददाता सम्मेलन में बांग्लादेश की स्थिति से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा, “बांग्लादेश में कट्टरपंथ और चरमपंथ कैंसर की तरह फैल रहा है। सभी सही सोच वाले लोगों को इस खतरे से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए।” उन्होंने कहा,“1980 के दशक से ही बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतें अपनी जड़ें फैला रही हैं। यह हदें पार कर चुकी हैं। जैसा कि कल रात देखा गया, स्वतंत्र विचारक और उदारवादी व्यक्ति भी हमलों का शिकार हो रहे हैं। पूरी दुनिया कट्टरपंथ का खामियाजा भुगत रही है। एक राष्ट्रवादी सरकार और पार्टी ही इन चुनौतियों का सामना कर सकती है।” 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *