भिवानी के भीम स्टेडियम में जल्द ही 20 किलो वॉट का ग्रीड टाइड सोलर पॉवर प्लांट स्थापित किया जाएगा। यह पॉवर प्लांट पर डी-प्लान के माध्यम से स्थापित होगा। जिस पर करीब 10 लाख 20 हजार रुपए की लागत आएगी। इसके स्थापित होने पर भीम स्टेडियम को बिजली के भारी भरकम बिलों से काफी राहत मिलेगी। डीसी साहिल गुप्ता शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में आयोजित जिला खेल परिषद की समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे थे। सोलर पावर प्लांट स्थापित करने के लिए उनके द्वारा बजट की स्वीकृति दी जा चुकी है। वहीं डीसी ने सौर ऊर्जा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भीम स्टेडियम में जल्द से सोलर पावर प्लांट स्थापित करें ताकि भीम स्टेडियम में बिजली के भारी भरकम बिलों से राहत मिल सके। उन्होंने बिजली निगम अधिकारियों को स्टेडियम में व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। स्टेडियम में अन्य कार्य भी करवाए जाएंगे
वहीं दूसरी ओर बैठक में बहुउद्देश्यीय हॉल के निर्माण, जिम्रेजियम हॉल की मरम्मत करने, कुश्ती, बॉक्सिंग एवं कबड्डी हॉल की वायरिंग, सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, बास्केटबॉल, वालीवॉल और हैंडवॉल मैदानों में एलईडी-हाई मास्क लाइट लगवाने बारे, वुशू एवं जूडो खेल के मैदानों प शेड एवं एलइडी लाइट लगवाने, भीम स्टेडियम में हॉल व दीवारों पर रंग-रोगन करवाने,पेड़ों की छंटाई के लिए मशीन खरीदने बारे कार्यों की विस्तार से समीक्षा हुई। डीसी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यालय से संबंधित स्वीकृति के कार्यों के लिए शीघ्र पत्राचार किया जाए। इसके अलावा जो कार्य जिला स्तर पर शुरू किए जाने हैं, वे तुरंत प्रभाव से शुरू किए जाएं। खिलाड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। लोक निर्माण और बिजली निगम के अधिकारियों को दिए निर्देश
डीसी ने लोक निर्माण और बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्माण संबंधित और लाइटों से संबंधित कार्यों में देरी ना करें। मौके पर जाकर एस्टीमेट तैयार करें। इसके साथ-साथ डीसी ने खेल व पंचायती राज अधिकारियों को निर्देश दिए वे खेल परिसरों में चारदीवारी और गेट का होना सुनिश्चित करें, ताकि वहां पर आवारा पशु या अन्य जानवर न जाने पाए। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार खेल परिसरों में आवारा कुत्तों पर जनसंख्या नियंत्रण को लेकर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही डीसी ने खेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में सभी खेल स्टेडियम की मौजूदा स्थिति की जांच करें, यदि कहीं कोई जर्जर हालत में है तो वहां पर सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि किसी प्रकार की घटना ना हो।


