आगर मालवा जिला पंचायत सदस्य के उपचुनाव से पहले जिले में ग्रामीणों का आक्रोश सामने आया है। गुरुवार को ग्राम अमरकोट और सरदारपुरा के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर विरोध रैली निकाली और चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया। रैली के दौरान ग्रामीणों ने “सड़क नहीं तो वोट नहीं” के नारे लगाए। 78 साल से सड़क का इंतजार ग्रामीणों का कहना है कि अमरकोट से सरदारपुरा तक करीब ढाई किलोमीटर लंबी सड़क पिछले 78 वर्षों से नहीं बन पाई है। सड़क नहीं होने से अमरकोट, सरदारपुरा, त्रिलोकपुर, धतुरिया, मैनपुर और रामपुरिया सहित छह गांवों के करीब 3000 ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को दिए कई आवेदन, समाधान नहीं ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर सांसद, विधायक और जिला कलेक्टर तक कई बार आवेदन और ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लगातार उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने अब लोकतांत्रिक तरीके से विरोध का रास्ता अपनाया है। उपचुनाव से पहले चुनाव बहिष्कार का फैसला ग्रामीणों ने साफ कहा कि 28 दिसंबर को होने वाले जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव में तब तक मतदान नहीं करेंगे, जब तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया जाता। उनका कहना है कि बुनियादी सुविधा सड़क के बिना विकास की बातें बेकार हैं। रैली में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रैली के दौरान ग्रामीण हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर गांव की गलियों से गुजरे और प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में कैलाश विश्वकर्मा, रामनारायण विश्वकर्मा, अशोक सोलंकी, महेश चौधरी, नेमीचंद जैन, अनिल जैन, सीताराम गुर्जर, प्रभुलाल गुर्जर, अमरलाल मेघवाल, रामकिशन सहित दोनों गांवों के बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक सड़क निर्माण की मांग पूरी नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।


