जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के ढीबा गांव में मंगलवार देर रात डायल 112 पुलिस टीम ने मानवता की मिसाल पेश की। दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल एक युवक को पुलिसकर्मियों ने रास्ता न होने के कारण कंधे पर उठाकर 500 मीटर दूर तक पहुंचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई। युवक के चेहरे और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं यह घटना ढीबा गांव में हुई, जहां आपसी विवाद के चलते दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान लाठी-डंडे और तेजधार हथियारों का इस्तेमाल किया गया। मारपीट में एक युवक के चेहरे और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश होकर गिर गया। पुलिसकर्मी पैदल ही पीड़ित के घर तक पहुंचे घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि, जिस स्थान पर युवक घायल हुआ था, वहां तक पुलिस वाहन नहीं पहुंच सका। पुलिसकर्मी पैदल ही पीड़ित के घर तक पहुंचे और उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत मदद का फैसला किया। पुलिसकर्मियों ने बिना देर किए घायल युवक को अपने कंधे पर उठाया और लगभग 500 मीटर पैदल चलकर उसे पुलिस वाहन तक पहुंचाया। इसके बाद युवक को झाझा रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई। वायरल वीडियो पर एसपी ने की सराहना पुलिस के इस मानवीय कार्य का वीडियो घायल के परिजनों ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को जमुई एसपी विश्वजीत दयाल ने भी देखा और संबंधित पुलिसकर्मी की सराहना की। एसपी ने कहा कि घायल पीड़ितों की मदद करना पुलिसकर्मियों का कर्तव्य है। जानकारी के अनुसार, ढीबा गांव निवासी सूरज मांझी का उसके पड़ोसी हेमन मांझी और उनके परिजनों से विवाद हो गया था। इसी विवाद के चलते हेमन मांझी और उनके परिवार के सदस्यों ने सूरज पर ईंट-पत्थर और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गया था। जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के ढीबा गांव में मंगलवार देर रात डायल 112 पुलिस टीम ने मानवता की मिसाल पेश की। दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल एक युवक को पुलिसकर्मियों ने रास्ता न होने के कारण कंधे पर उठाकर 500 मीटर दूर तक पहुंचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई। युवक के चेहरे और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं यह घटना ढीबा गांव में हुई, जहां आपसी विवाद के चलते दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान लाठी-डंडे और तेजधार हथियारों का इस्तेमाल किया गया। मारपीट में एक युवक के चेहरे और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश होकर गिर गया। पुलिसकर्मी पैदल ही पीड़ित के घर तक पहुंचे घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि, जिस स्थान पर युवक घायल हुआ था, वहां तक पुलिस वाहन नहीं पहुंच सका। पुलिसकर्मी पैदल ही पीड़ित के घर तक पहुंचे और उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत मदद का फैसला किया। पुलिसकर्मियों ने बिना देर किए घायल युवक को अपने कंधे पर उठाया और लगभग 500 मीटर पैदल चलकर उसे पुलिस वाहन तक पहुंचाया। इसके बाद युवक को झाझा रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई। वायरल वीडियो पर एसपी ने की सराहना पुलिस के इस मानवीय कार्य का वीडियो घायल के परिजनों ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को जमुई एसपी विश्वजीत दयाल ने भी देखा और संबंधित पुलिसकर्मी की सराहना की। एसपी ने कहा कि घायल पीड़ितों की मदद करना पुलिसकर्मियों का कर्तव्य है। जानकारी के अनुसार, ढीबा गांव निवासी सूरज मांझी का उसके पड़ोसी हेमन मांझी और उनके परिजनों से विवाद हो गया था। इसी विवाद के चलते हेमन मांझी और उनके परिवार के सदस्यों ने सूरज पर ईंट-पत्थर और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गया था।


