Vantara Lifestyle: फुटबॉल के दिग्गज लियोनेल मेसी की भारत यात्रा के दौरान अनंत अंबानी के ड्रीम प्रोजेक्ट वनतारा (Anant Ambani’s Vantara) का जिक्र भी खूब चर्चा में रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी द्वारा शुरू किया गया यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक वाइल्डलाइफ सेंटर नहीं, बल्कि जानवरों के संरक्षण और पुनर्वास की एक अनोखी पहल है।वनतारा में हाथियों को ऐसी सुविधाएं दी जाती हैं, जिनकी चर्चा दुनियाभर में होती है। अब सवाल यही है कि हाथियों की इस शाही देखभाल पर अनंत अंबानी हर साल कितना खर्च करते हैं, और वनतारा को इतना खास क्या बनाता है?
Lionel Messi Vantara Visit: अनंत अंबानी और राधिका अंबानी के साथ पूजा करते नजर आए
मेसी की मौजूदगी ने एक बार फिर इस वाइल्डलाइफ रेस्क्यू और संरक्षण केंद्र को चर्चा में ला दिया। तस्वीरों में मेसी, अनंत अंबानी और राधिका अंबानी के साथ पूजा करते नजर आए, वहीं एलिफेंट केयर सेंटर में उन्होंने एक नन्हे हाथी के साथ फुटबॉल खेलकर सभी का दिल जीत लिया।
क्या है वनतारा?
वनतारा, रिलायंस फाउंडेशन की ओर से शुरू किया गया एक विशाल वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन और रेस्क्यू प्रोजेक्ट है, जिसे अनंत अंबानी खुद मैनेज करते हैं। जामनगर में फैला यह सेंटर हजारों एकड़ में बना है और यहां डेढ़ लाख से ज्यादा जानवरों को सुरक्षित माहौल दिया गया है। शेर, तेंदुए, हाथी, हिरण, कछुए से लेकर कई दुर्लभ प्रजातियां यहां देखी जा सकती हैं। सुविधाओं के मामले में यह किसी लग्ज़री रिसॉर्ट से कम नहीं, लेकिन इसका मकसद सिर्फ आराम नहीं, बल्कि जानवरों का पुनर्वास और संरक्षण है।
सालाना खर्च और सुविधाएं

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वनतारा में जानवरों की देखभाल पर हर साल करीब 150 से 200 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। यहां इंटरनेशनल लेवल के वेटरनरी डॉक्टर, अत्याधुनिक मेडिकल यूनिट, एयर-कंडीशन्ड इलाज कक्ष और रिहैबिलिटेशन सेंटर मौजूद हैं। घायल और बीमार जानवरों को सिर्फ इलाज ही नहीं, बल्कि खुला और सुरक्षित जीवन भी दिया जाता है। कई जानवरों को विदेशों से रेस्क्यू कर यहां नई जिंदगी मिली है।
हाथियों के लिए खास इंतजाम
वनतारा का एलिफेंट केयर सेंटर सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है। यहां 200 से ज्यादा हाथियों की देखभाल की जा रही है। हर हाथी के लिए अलग डाइट प्लान बनाया गया है। एक्सपर्ट शेफ उनकी उम्र, सेहत और जरूरत के हिसाब से भोजन तैयार करते हैं। एक हाथी रोजाना करीब 130 किलो तक खाना खा लेता है। नाश्ते में रागी के लड्डू, खिचड़ी और रोटियां, दिन में फल-सब्जियां और रात में सूखा चारा दिया जाता है।
जकूजी और हाइड्रोथेरेपी का सुख
सिर्फ खाना ही नहीं, हाथियों के आराम का भी पूरा ख्याल रखा जाता है। थके या घायल हाथियों के लिए हाइड्रोथेरेपी पॉन्ड बनाए गए हैं, जिनमें सैकड़ों प्रेशर जेट लगे हैं। गुनगुने पानी से होने वाली यह थेरेपी उनकी मांसपेशियों को राहत देती है और रिकवरी में मदद करती है।
अनंत अंबानी का निजी जुड़ाव
अनंत अंबानी वनतारा को सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी मानते हैं। वे खुद रोजमर्रा के फैसलों में शामिल रहते हैं और अपना काफी समय जानवरों के बीच बिताते हैं। उनका लक्ष्य वनतारा को एक ग्लोबल मॉडल बनाना है, जहां संरक्षण, रिसर्च और जनजागरूकता एक साथ आगे बढ़ें।वनतारा आज सिर्फ एक वाइल्डलाइफ सेंटर नहीं, बल्कि उन बेजुबानों के लिए उम्मीद की जगह बन चुका है, जिन्हें कभी इंसानों की वजह से दर्द झेलना पड़ा था।


