शिवहर के मजदूर की हरयाणा में ऑटो की टक्कर से मौत हो गई। मृतक की पहचान टाउन थाना क्षेत्र के जफरपुर वार्ड नंबर-6 निवासी अरुण राम के रूप में हुई है। हादसा रविवार को करनाल में हुआ। अरुण राम अपने कमरे की ओर पैदल जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रेफर कर दिया गया। अरुण राम को पहले पीजीआई और फिर ओनली हार्ट (औली हॉट) अस्पताल में भर्ती कराया गया। आर्थिक परेशानियों के कारण इलाज के लिए ला रहे थे बिहार मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम ने बताया कि आर्थिक परेशानियों के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें बिहार ले जाकर इलाज कराने की सलाह दी। इसके बाद परिजन उन्हें शिवहर लाने के लिए चल पड़े। शिवहर लाते समय हनुमान नगर पहुंचते-पहुंचते अरुण राम की मौत हो गई। इसके बाद उन्हें शिवहर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। 3 बच्चों का पिता था मजदूर अरुण राम अपने पीछे दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। वे परिवार के सबसे बड़े बेटे और एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। उनकी मृत्यु से परिवार की आजीविका प्रभावित हुई है। इस घटना को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। मृतक की पत्नी और ग्रामीणों का दावा है कि करनाल में मामले की एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम का कहना है कि घटना के बाद टेंपो चालक को थाने से छोड़ दिया गया था। इस विरोधाभास के कारण मामले को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। परिजन मामले में स्पष्ट कार्रवाई और सही जानकारी की मांग कर रहे हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। शिवहर के मजदूर की हरयाणा में ऑटो की टक्कर से मौत हो गई। मृतक की पहचान टाउन थाना क्षेत्र के जफरपुर वार्ड नंबर-6 निवासी अरुण राम के रूप में हुई है। हादसा रविवार को करनाल में हुआ। अरुण राम अपने कमरे की ओर पैदल जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रेफर कर दिया गया। अरुण राम को पहले पीजीआई और फिर ओनली हार्ट (औली हॉट) अस्पताल में भर्ती कराया गया। आर्थिक परेशानियों के कारण इलाज के लिए ला रहे थे बिहार मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम ने बताया कि आर्थिक परेशानियों के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें बिहार ले जाकर इलाज कराने की सलाह दी। इसके बाद परिजन उन्हें शिवहर लाने के लिए चल पड़े। शिवहर लाते समय हनुमान नगर पहुंचते-पहुंचते अरुण राम की मौत हो गई। इसके बाद उन्हें शिवहर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। 3 बच्चों का पिता था मजदूर अरुण राम अपने पीछे दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। वे परिवार के सबसे बड़े बेटे और एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। उनकी मृत्यु से परिवार की आजीविका प्रभावित हुई है। इस घटना को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। मृतक की पत्नी और ग्रामीणों का दावा है कि करनाल में मामले की एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम का कहना है कि घटना के बाद टेंपो चालक को थाने से छोड़ दिया गया था। इस विरोधाभास के कारण मामले को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। परिजन मामले में स्पष्ट कार्रवाई और सही जानकारी की मांग कर रहे हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।


