बरेली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब टोलकर्मियों ने भाजपा विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल की कार को नहीं जाने दिया। काफी देर तक उनकी कार टोल पर ही खड़ी रही। टोलकर्मियों को विधायक ने कार से बाहर आकर अपना परिचय दिया, लेकिन टोलकर्मी अपनी मनमानी पर उतारू रहे। यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के बाद फरीदपुर जा रहे थे विधायक
दरअसल, डॉ. श्याम बिहारी लाल महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर हैं। वे बरेली की फरीदपुर विधानसभा से विधायक हैं। दोपहर के वक्त वे यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के बाद फरीदपुर में अपने कार्यालय जा रहे थे। इसी दौरान फरीदपुर में नेशनल हाईवे पर टोल पड़ता है। टोल पर जैसे ही विधायक की गाड़ी पहुंची तो टोलकर्मी ने सिग्नल नहीं खोला।
काफी देर तक जब टोलकर्मियों ने सिग्नल नहीं खोला तो विधायक श्याम बिहारी लाल को खुद कार से उतरना पड़ा। उन्होंने वहां के स्टाफ को अपना परिचय दिया। जब टोलकर्मियों ने विधायक की बात नहीं मानी तो विधायक ने पुलिस को फोन कर दिया। विधायक के फोन पर टोल पर पहुंची पुलिस
विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल ने पुलिस को फोन किया, जिसके बाद मौके पर फरीदपुर थाने की पुलिस पहुंची। पुलिसकर्मियों ने टोलकर्मी को विधायक का प्रोटोकॉल बताया, जिसके बाद उन्हें जाने दिया गया। SIR की आवश्यक मीटिंग में जा रहे थे विधायक
विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल फरीदपुर कार्यालय में SIR की आवश्यक मीटिंग लेने जा रहे थे। लेकिन टोल पर उनका काफी समय बर्बाद हो गया, जिससे विधायक काफी नाराज हो गए। विधायक की गाड़ी में नहीं लगा था स्टीकर
वहीं टोलकर्मियों का कहना है कि विधायक की कार में विधायक का कोई स्टीकर नहीं लगा हुआ था, जिसकी वजह से कंफ्यूजन की स्थिति बन गई थी। बाद में जैसे ही कर्मचारियों को पता चला तो उन्होंने माफी मांगी और विधायक की गाड़ी को रवाना किया।


