धार जिला अस्पताल में पुलिस चौकी अक्सर बंद मिलती है। अस्पताल आने वाले मरीजों के परिजन बताते हैं कि चौकी का अधिकतर समय खाली रहना उनके लिए परेशानी का कारण बनता है। किसी दुर्घटना, झगड़े या अन्य आपात स्थिति में कानूनी प्रक्रिया शुरू करने के लिए चौकी पर अधिकारी का मौजूद रहना आवश्यक है, लेकिन अक्सर वहां कोई नहीं मिलता। स्थानीय निवासी महेश सिंह और कमल सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल जैसे व्यस्त और संवेदनशील स्थान पर पुलिस चौकी का खाली रहना चिंताजनक है। चौकी प्रभारी दिनभर अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं और चौकी पर बहुत कम समय बिताते हैं। मरीज के परिजन को होना पड़ रहा परेशान मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें मदद, रिपोर्ट दर्ज कराने या किसी कानूनी प्रक्रिया के लिए बार-बार चौकी तक जाना पड़ता है। लेकिन, जिम्मेदार अधिकारी की अनुपस्थिति के कारण उनके काम में अनावश्यक देरी होती है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जिला अस्पताल स्थित पुलिस चौकी पर नियमित और सक्रिय स्टाफ की स्थायी तैनाती तय की जाए। इससे आपात स्थितियों में समय पर पुलिस सहायता मिल सकेगी और मरीजों के परिजनों को होने वाली दिक्कतों से राहत मिलेगी। कोतवाली थाना प्रभारी बोले- अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया जाएगा कोतवाली थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) और अन्य आवश्यक रिपोर्ट तैयार करने के लिए चौकी प्रभारी को कई बार दूसरे अस्पतालों में भी जाना पड़ता है। एक-दो दिनों में चौकी पर एक अतिरिक्त स्टाफ तैनात कर दिया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि चौकी के दरवाजे पर प्रभारी का नंबर लिखा है, और किसी भी आपात स्थिति में वे फोन पर तुरंत उपलब्ध हो जाते हैं।


