सीतापुर में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पुलिस ने “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत बड़ी सफलता हासिल हासिल की है। टीम ने करीब 1 साल 11 माह पूर्व अपहृत किशोरी और किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया है। जैसे ही बच्चों की बरामदगी की सूचना उनके परिजनों और क्षेत्रवासियों तक पहुंची। पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। एसपी अंकुर अग्रवाल के निर्देश पर गुमशुदा बच्चों की शीघ्र बरामदगी के प्रयास किए जा रहे थे। इसी क्रम में एएसपी उत्तरी आलोक सिंह के पर्यवेक्षण में थाना एएचटी की पुलिस टीम द्वारा थाना हरगांव से संबंधित लापता छोटू और रागिनी को पंजाब के जिला जालंधर से सुरक्षित बरामद किया गया। मामले के अनुसार 8 मई 2024 को हरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम निगोहा निवासी विनोद कुमार ने अपने 5 वर्षीय पुत्र छोटू के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि बच्चे के चाचा की कथित पत्नी खुशबू उसे अपने साथ ले गई थी। शिकायत के आधार पर अपहरण सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया और बाद में विवेचना थाना एएचटी को स्थानांतरित की गई। पुलिस टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए देश के कई राज्यों हरियाणा,पंजाब और नेपाल बॉर्डर तक तलाश अभियान चलाया। अंततः ठोस साक्ष्यों के आधार पर 3 दिसम्बर 2025 को पुलिस टीम पंजाब के जालंधर जनपद के ग्राम दयालपुर पहुंची, जहां दोनों बच्चे स्कूल ड्रेस में मिले। पूछताछ में बच्चों ने अपने नाम और माता खुशबू के बारे में जानकारी दी और बताया कि बीमारी के चलते उनकी मां की मृत्यु हो चुकी है। जहां पर लखीमपुर के एक युवक ने पंजाब में काम करने के दौरान दोनों बच्चों को आश्रय दिया। बरामदगी के बाद सोमवार को बच्चों को सुरक्षित संरक्षण में उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है। पुलिस के इस सराहनीय कार्य के लिए एसपी द्वारा थाना एएचटी टीम को 20 हजार रुपये का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।


