संभल के बहजोई स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने विशेष पुनरीक्षण 2026 के तहत बीएलओ, सुपरवाइजर्स, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) को नियमानुसार कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने धीमी प्रगति वाले विधानसभा क्षेत्रों में कार्य में तेजी लाने पर जोर दिया। इसका उद्देश्य सभी विधानसभाओं में विशेष पुनरीक्षण 2026 का कार्य समय पर पूरा करना है। डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने डेटा मैपिंग और उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजते समय प्रत्येक बिंदु की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए, ताकि रिपोर्ट में कोई त्रुटि न रहे। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बीएलओ का सहयोग करने और निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की अशुद्धि से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एसआईआर कार्य को पूरा करने के लिए बीएलओ पर दबाव बनाने के बजाय सहयोग से कार्य संपन्न कराया जाए। डिजिटलीकरण के संबंध में, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपात्र मतदाता किसी भी स्थिति में सूची में शामिल न हों और कोई भी पात्र मतदाता सूची से छूटे नहीं। उन्होंने स्थानांतरित हुए मतदाताओं पर विशेष ध्यान देने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनका नाम मतदाता सूची में न हो। सभी संबंधित अधिकारियों को कार्य पूरा होने के बाद निर्धारित प्रारूप पर एक प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करना होगा। इस बैठक के दौरान, खंड शिक्षा अधिकारी एमएल पटेल को एसआईआर कार्य में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने उन्हें शॉल, पुस्तक और 11,000 रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए संभल ज्ञान सिंह, उप जिलाधिकारी चंदौसी आशुतोष तिवारी, उप जिलाधिकारी संभल रामानुज, उप जिलाधिकारी गुन्नौर अवधेश कुमार, डिप्टी कलेक्टर निधि पटेल सहित अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।


