जालोर के कानिवाड़ा हनुमान मंदिर इलाके में आए दिन होने वाले जाम से लोग परेशान हैं। सोमवार को शिवसेना (UBT) के जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा- मंदिर क्षेत्र की बिगड़ती यातायात व्यवस्था जन-सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। ऐसे में तुरंत समाधान किया जाना चाहिए। ज्ञापन में बताया गया कि मंगलवार, शनिवार और रविवार को मंदिर के सामने अत्यधिक भीड़ रहती है। इससे मुख्य मार्ग पर भारी ट्रैफिक जाम लग जाता है। कई बार स्थिति इतनी विकट हो जाती है कि एम्बुलेंस तक जाम में फंस जाती है। इससे गंभीर मरीजों की जान को खतरा उत्पन्न होता है। अव्यवस्थित दुकानों से संकरी हुई सड़क
उन्होंने बताया- मंदिर के सामने सड़क किनारे लगी अव्यवस्थित प्रसाद दुकानों के कारण यहां हर वक्त बड़ा जाम लग जाता हैं। जिससे यहां से निकलने वाले वाहन चालकों को भी बड़ी परेशानी होती है। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने कहा – दुकानों के पीछे खाली भूमि उपलब्ध होने के बावजूद उन्हें व्यवस्थित रूप से स्थानांतरित नहीं किया गया, जिससे सड़क और अधिक संकरी हो गई है। बायपास निर्माण जरूरी
ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए पूर्व में प्रस्तावित कनिवाड़ा मंदिर बायपास सड़क के निर्माण को आवश्यक बताते हुए इसके लिए तत्काल सर्वे और कार्यवाही शुरू करने की मांग की गई। साइड देने की बात पर हुआ था विवाद बता दें कि जालोर के कानीवाड़ा गांव में 4 दिन पहले वाहन को साइड देने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे से मारपीट की। यहां रात भर भारी संख्या में पुलिस बल लगाना पड़ा था। ज्ञापन में यह भी प्रमुख मांगेंं ज्ञापन में मांग की गई कि कानीवाड़ा हनुमानजी मंदिर के सामने लगी सभी प्रसाद दुकानों को नियमपूर्वक पीछे की खाली भूमि में स्थानांतरित किया जाए। उसी भूमि में श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए संगठित पार्किंग विकसित किया जाए। प्रस्तावित कनिवाड़ा बायपास सड़क का सर्वे कर निर्माण कार्य शुरू किया जाए। भीड़ वाले दिनों में पुलिस/होमगार्ड की नियमित तैनाती की जाए। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए पैदल मार्ग, बैरियर और मार्गदर्शन व्यवस्था विकसित की जाए। इस दौरान उप जिला प्रमुख नारायण सिंह राजपुरोहित,शहर प्रमुख मिश्रीमल परिहार, पूनमा राम माली, धूकाराम चौधरी, संजय सिंह, पिंटू सिंह, शैतान सिंह, भरत सिंह, बिशन सिंह, विक्रम सिंह, रमेश गहलोत व जसवंत राणा समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।


