बेगूसराय में सड़क हादसे में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतक बीरबल कुमार(25) डंडारी के बांक गांव के रहने वाले थे। बीरबल की शादी करीब 4 साल पहले सादपुर गांव में हुई थी। एक साल का एक लड़का है। पत्नी अपने बच्चे के साथ मायके में थी। बेटा गांव मजदूरी करता था। आईसीयू में एडमिट था मृतक की मां अरुणा देवी ने बताया कि 30 नवंबर की देर शाम उसने ससुराल जाने की बात कही तो हमने लेट हो जाने को लेकर रोका भी था। लेकिन वो नहीं माना। बाइक लेकर ससुराल जाने से पहले पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात वाहन की चेपट में आ गया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने डंडारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। प्राइवेट अस्पताल लेकर गए, लेकिन एडमिट नहीं लिया। इसके बाद दूसरे अस्पताल में 15 हजार लेकर भर्ती किया। नाक और मुंह से लगातार खून बहने के कारण थोड़ी देर बाद ही सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसी दिन से सदर अस्पताल के आईसीयू में बेहोशी की हालत में उसका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। बेगूसराय में सड़क हादसे में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतक बीरबल कुमार(25) डंडारी के बांक गांव के रहने वाले थे। बीरबल की शादी करीब 4 साल पहले सादपुर गांव में हुई थी। एक साल का एक लड़का है। पत्नी अपने बच्चे के साथ मायके में थी। बेटा गांव मजदूरी करता था। आईसीयू में एडमिट था मृतक की मां अरुणा देवी ने बताया कि 30 नवंबर की देर शाम उसने ससुराल जाने की बात कही तो हमने लेट हो जाने को लेकर रोका भी था। लेकिन वो नहीं माना। बाइक लेकर ससुराल जाने से पहले पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात वाहन की चेपट में आ गया। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने डंडारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। प्राइवेट अस्पताल लेकर गए, लेकिन एडमिट नहीं लिया। इसके बाद दूसरे अस्पताल में 15 हजार लेकर भर्ती किया। नाक और मुंह से लगातार खून बहने के कारण थोड़ी देर बाद ही सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसी दिन से सदर अस्पताल के आईसीयू में बेहोशी की हालत में उसका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई।


