हजारीबाग के संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 एलीट ग्रुप का मुकाबला शुरू हुआ। इस आयोजन के साथ ही हजारीबाग आधिकारिक तौर पर बीसीसीआई के मानचित्र पर दर्ज हो गया है। 8 से 11 दिसंबर तक चलने वाले इस मैच में झारखंड और केरल की टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। स्टेडियम में हजारों दर्शक खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे। हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी ने इस अवसर पर हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की। उन्होंने बताया कि रांची के बाद यह झारखंड का दूसरा स्टेडियम है, जहां फ्लड लाइट की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है। इससे भविष्य में रात्रि मैचों का आयोजन संभव होगा। सौरभ तिवारी ने यह भी कहा कि यदि प्रबंधन और सुविधाएं इसी तरह बनी रहीं, तो हजारीबाग बड़े घरेलू टूर्नामेंटों की मेजबानी कर सकता है। सौरभ तिवारी ने हजारीबाग जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सांसद मनीष जायसवाल, एसोसिएशन के पदाधिकारियों तथा स्थानीय खेल प्रेमियों के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने मैदान, पिच और खिलाड़ियों के लिए की गई व्यवस्थाओं को प्रभावशाली बताया। उनके अनुसार, यह हजारीबाग के खेल जगत में एक नई शुरुआत है। हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार मैच की बात करें तो झारखंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैदान में खिलाड़ियों की ऊर्जा और दर्शकों की उपस्थिति ने एक सकारात्मक माहौल बनाया है। पहली बार इस स्तर के मैच की मेजबानी मिलने से हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार हुआ है। कूच बिहार ट्रॉफी का यह आयोजन हजारीबाग के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। हजारीबाग के संजय सिंह क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 एलीट ग्रुप का मुकाबला शुरू हुआ। इस आयोजन के साथ ही हजारीबाग आधिकारिक तौर पर बीसीसीआई के मानचित्र पर दर्ज हो गया है। 8 से 11 दिसंबर तक चलने वाले इस मैच में झारखंड और केरल की टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। स्टेडियम में हजारों दर्शक खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे। हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी ने इस अवसर पर हजारीबाग के मैदान और तैयारियों की सराहना की। उन्होंने बताया कि रांची के बाद यह झारखंड का दूसरा स्टेडियम है, जहां फ्लड लाइट की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है। इससे भविष्य में रात्रि मैचों का आयोजन संभव होगा। सौरभ तिवारी ने यह भी कहा कि यदि प्रबंधन और सुविधाएं इसी तरह बनी रहीं, तो हजारीबाग बड़े घरेलू टूर्नामेंटों की मेजबानी कर सकता है। सौरभ तिवारी ने हजारीबाग जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सांसद मनीष जायसवाल, एसोसिएशन के पदाधिकारियों तथा स्थानीय खेल प्रेमियों के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने मैदान, पिच और खिलाड़ियों के लिए की गई व्यवस्थाओं को प्रभावशाली बताया। उनके अनुसार, यह हजारीबाग के खेल जगत में एक नई शुरुआत है। हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार मैच की बात करें तो झारखंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैदान में खिलाड़ियों की ऊर्जा और दर्शकों की उपस्थिति ने एक सकारात्मक माहौल बनाया है। पहली बार इस स्तर के मैच की मेजबानी मिलने से हजारीबाग के युवा क्रिकेटरों में नई प्रेरणा का संचार हुआ है। कूच बिहार ट्रॉफी का यह आयोजन हजारीबाग के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।


