जामताड़ा जिले के नारायणपुर स्थित एल्डर क्लब अब शराबियों का अड्डा बन गया है। देखरेख के अभाव में क्लब परिसर में कचरे और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां झूठे पत्तल, गिलास, पॉलिथीन, शराब की खाली बोतलें और गुटखा के पैकेट बड़ी संख्या में फेंके मिले हैं, जो शराबखोरी की बढ़ती गतिविधियों को दर्शाते हैं। यह एल्डर क्लब नारायणपुर प्रखंड कार्यालय परिसर के भीतर स्थित है, जिससे इसकी सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठ रहे हैं। इसका निर्माण तत्कालीन उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज की पहल पर हुआ था और वर्ष 2021 में इसका उद्घाटन किया गया था। क्लब का उद्देश्य बुजुर्गों को दैनिक अखबार, पुस्तकें, खेल-कूद और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करना था। यहां बुजुर्ग अपने सुख-दुख साझा कर सकते थे, तनाव कम कर सकते थे और बेहतर समाज व परिवार निर्माण पर चर्चा कर सकते थे। समय के साथ देखरेख की कमी और जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण क्लब में सन्नाटा छा गया। अब यह स्थान शराबियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। जामताड़ा जिले के सभी प्रखंडों में ऐसे एल्डर क्लब बनाए गए थे। पूर्व में, नारायणपुर एल्डर क्लब के बेहतर संचालन के लिए तत्कालीन राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने जामताड़ा दौरे के दौरान इसका निरीक्षण कर सराहना की थी। एल्डर क्लब के संचालन के लिए एक समिति गठित है और वह कार्यरत है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो समिति को निर्देश दिए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -देवराज गुप्ता, बीडीओ-सह-अंचलाधिकारी जामताड़ा जिले के नारायणपुर स्थित एल्डर क्लब अब शराबियों का अड्डा बन गया है। देखरेख के अभाव में क्लब परिसर में कचरे और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां झूठे पत्तल, गिलास, पॉलिथीन, शराब की खाली बोतलें और गुटखा के पैकेट बड़ी संख्या में फेंके मिले हैं, जो शराबखोरी की बढ़ती गतिविधियों को दर्शाते हैं। यह एल्डर क्लब नारायणपुर प्रखंड कार्यालय परिसर के भीतर स्थित है, जिससे इसकी सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठ रहे हैं। इसका निर्माण तत्कालीन उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज की पहल पर हुआ था और वर्ष 2021 में इसका उद्घाटन किया गया था। क्लब का उद्देश्य बुजुर्गों को दैनिक अखबार, पुस्तकें, खेल-कूद और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान करना था। यहां बुजुर्ग अपने सुख-दुख साझा कर सकते थे, तनाव कम कर सकते थे और बेहतर समाज व परिवार निर्माण पर चर्चा कर सकते थे। समय के साथ देखरेख की कमी और जिला प्रशासन की उपेक्षा के कारण क्लब में सन्नाटा छा गया। अब यह स्थान शराबियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। जामताड़ा जिले के सभी प्रखंडों में ऐसे एल्डर क्लब बनाए गए थे। पूर्व में, नारायणपुर एल्डर क्लब के बेहतर संचालन के लिए तत्कालीन राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने जामताड़ा दौरे के दौरान इसका निरीक्षण कर सराहना की थी। एल्डर क्लब के संचालन के लिए एक समिति गठित है और वह कार्यरत है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो समिति को निर्देश दिए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -देवराज गुप्ता, बीडीओ-सह-अंचलाधिकारी


