उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील में कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास में रहने वाली करीब 15 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बाहर से आए धुएं से अचानक आंखों में जलन और खांसी होने लगी। छात्राओं को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। आशंका है कि धुएं में किसी गैस के कारण ऐसी स्थिति बनी है। सूचना मिलने के बाद प्रशासन के अधिकारी और विधायक भी मौके पर पहुंच गए। कुछ देर में हॉस्टल में अफरा तफरी मच गई
छात्रावास में 15 छात्राओं को रविवार रात करीब 9:45 बजे बाहर मैदान से धुआं के कारण आंखों में जलन और खांसी चलने से सांस लेने में परेशानी होने लगी। कुछ ही देर में छात्रावास में अफरा तफरी मच गई। इस धुआं के कारण करीब 15 छात्राएं प्रभावित हो गई। छात्रावास में मौजूद कर्मचारियों ने तत्काल ही छात्राओं को महिदपुर के अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने छात्राओं का इलाज शुरू किया है। छात्रा ने बताया कि छात्रावास के बाहर दशहरा मैदान में कुछ गाड़ियां आई थी। इसके बाद अचानक धुआं जैसी कुछ गैस खिड़कियों से कमरे तक पहुंच गया। इसके बाद छात्राओं को आंख में जलन होने लगी और तेज खांसी चलने लगी जिसके कारण सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। ऐसी करीब 15 छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। सभी को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया है। प्राचार्य ने कहा-सभी की हालात ठीक
प्राचार्य व हॉस्टल प्रभारी अर्जुन सिंह दावरे ने बताया कि घटना रात करीब 9:45 बजे हुई है। उन्हें भी छात्राओं यही बताया है कि हॉस्टल के बाहर मैदान में कुछ गाड़ियां घूमती देखी गई थी इसके बाद ही धुएं जैसी कुछ गैस खिड़की से कमरे तक पहुंची और छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। 15 छात्राओं में सभी को उपचार दिया है। सभी की हालत ठीक है। एक छात्रा को उल्टी की शिकायत अभी है। विधायक ने डॉक्टर से की चर्चा
सूचना मिलने के बाद विधायक दिनेश जैन बोस भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने छात्राओं से घटना को लेकर जानकारी ली है। विधायक बोस ने डॉक्टर से भी बेहतर इलाज के लिए चर्चा की है। वहीं प्रशासन की ओर से एसडीएम और एसडीओपी ने भी अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली है। अधिकारियों ने छात्राओं द्वारा दी गई जानकारी के बाद छात्रावास में जाकर भी स्थिति देखी है। पूरे मामला जांच के बाद ही सामने आएगा कि धुआं के साथ कौन सी गैस थी जिसके कारण छात्राओं की तबीयत बिगड़ी है।


