सिरोही में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों और निर्माण का सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। आदर्शनगर के पीछे स्थित मासूम नगर कॉलोनी में स्थिति गंभीर है, जहां भू-माफियाओं और अतिक्रमणकारियों ने रास्तों तथा नालों पर भी कब्जा कर लिया है। इससे परेशान कॉलोनीवासियों ने अब आंदोलन का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है। नियमानुसार विकसित कॉलोनियों के भीतर और बाहर, दोनों जगह सरकारी जमीन, रास्तों और नालों पर धड़ल्ले से पक्के निर्माण किए जा रहे हैं। मासूम नगर कॉलोनी, जिसमें 78 प्लॉट हैं और अभी केवल 7-8 मकान ही आबाद हैं, इस समस्या का प्रमुख उदाहरण बन गई है। यहां निर्माण सामग्री ले जाने के रास्ते भी अवरुद्ध हो गए हैं। शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
कॉलोनी के पट्टाधारक गोपाल सिंह राव और रहवासी यूसुफ मोहम्मद ने बताया कि नाले पर पक्की दीवार बनाकर स्थायी निर्माण कर दिया गया है। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे कर उन्हें बेचने का धंधा खुलेआम चल रहा है। नगर परिषद और जिला प्रशासन की कथित लापरवाही के कारण अतिक्रमणकारी बेखौफ हैं। शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। कॉलोनीवासियों का आरोप है कि अवैध कब्जाधारी उन्हें जान से मारने, झूठे मुकदमों में फंसाने और रास्ते बंद करने जैसी धमकियां दे रहे हैं। सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक चुके लोगों को केवल आश्वासन मिल रहा है, जिससे उनकी निराशा बढ़ गई है। कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी
गोपाल सिंह राव ने चेतावनी दी है कि यदि 25 दिसंबर तक सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जों और पक्के निर्माणों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने जरूरत पड़ने पर अनशन करने की भी बात कही।
इस आंदोलन में कॉलोनी के गणपत राम, हिमता राम, ओटाराम मीणा, आलोक बर्मन, नरेंद्र शर्मा, ओबाराम मेघवाल, प्रेम शर्मा, झालाराम मीणा, रमेश सिंह राठौड़, नारायण सिंह, ईश्वर सिंह, मुकेश आढा, जितेंद्रकुमार, दलीचंद और अन्य सभी कॉलोनीवासी व पट्टा धारक एकजुट हो चुके हैं।


