लखनऊ में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह पर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। गुप्त सूचना पर गोसाईगंज इलाके में सुल्तानपुर रोड स्थित गब्बर ढाबा के पास से टाटा सफारी में सवार दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से प्रतिबंधित ड्रग MDMA की खेप बरामद हुई है। एसटीएफ मुख्यालय के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही की टीम लगातार नशा तस्करों के नेटवर्क पर नजर रख रही थी। इस दौरान जानकारी मिली थी कि सफारी सवार दो तस्कर भारी मात्रा में ड्रग्स लेकर गुजरने वाले हैं। घर में ही बनती थी MDMA ड्रग पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों ने खुलासा किया कि वे एक संगठित गिरोह से जुड़े हैं, जो उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मुंबई और बिहार तक MDMA की सप्लाई करता है। गिरोह का मास्टरमाइंड मो. मुजीब अपने घर में ही विभिन्न रसायनों को मिलाकर MDMA तैयार करता था। मुजीब ने बताया कि उसे यह ड्रग तैयार करना वाराणसी निवासी अभय सिंह ने सिखाया था। अभय सिंह पहले मुंबई में MDMA के साथ पकड़ा जा चुका है और हाल ही में जेल से बाहर आया है। बरामद ड्रग की सप्लाई अभय सिंह, उसके भाई अनुज और कैरियर मुकेश के जरिए लखनऊ से वाराणसी भेजी जा रही थी। कई राज्यों में सप्लाई का नेटवर्क तस्करों ने कबूला कि वे पिछले काफी समय से खरीदारों की मांग के हिसाब से MDMA तैयार कर यूपी के कई जिलों सहित अन्य राज्यों में भी सप्लाई कर रहे हैं। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार दोनों तस्करों के खिलाफ गोसाईगंज थाने में एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।


