मधेपुरा के बीएन मंडल विश्वविद्यालय में शनिवार को कुलपति सचिवालय सभा भवन में सीनेट की वार्षिक बैठक से पूर्व सिंडिकेट की पहली बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. बीएस झा ने की। बैठक में वित्तीय वर्ष 2026-27 का वार्षिक बजट सदस्यों के समक्ष रखा गया। बजट में विश्वविद्यालय का कुल अनुमानित व्यय 12 अरब 81 करोड़ 43 लाख 864 रुपए तथा अनुमानित आय 2 अरब 46 करोड़ 42 लाख 64 हजार 524 रुपए निर्धारित की गई है। इस प्रकार 10 अरब 35 करोड़ 36 हजार 340 रुपए की अतिरिक्त राशि राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग से अनुदान के रूप में मांगी जाएगी। वेतन पर 24 करोड़ 47.91,165 लाख का खर्च बजट में शिक्षकों, अतिथि शिक्षकों, प्रशासनिक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन, पेंशन, सेवानिवृत्ति लाभ और बकाया वेतन-मानदेय सहित सभी मदों का विस्तृत प्राक्कलन दर्ज किया गया है। शिक्षकों के वेतन मद में 74 करोड़ 92 लाख 13 हजार 044 रुपए, अतिथि शिक्षकों के मानदेय पर 21 करोड़ 83 लाख 50 हजार रुपए, शिक्षकेतर एवं प्रशासनिक कर्मचारियों के वेतन पर 24 करोड़ 47 लाख 91 हजार 165 रुपए खर्च दिखाया गया है। 29 नवंबर को बजट होगा पारित इस बजट को 29 नवंबर को होने वाली सिंडिकेट की दूसरी बैठक में संशोधन के साथ पारित किया जाएगा। इसके बाद 10 दिसंबर को होने वाली सीनेट की बैठक से अनुमोदन मिलने पर बजट राज्य सरकार को भेजा जाएगा। बैठक में विभिन्न परीक्षाओं के पारिश्रमिक भुगतान में देरी पर नाराजगी जताई गई, जिस पर परीक्षा नियंत्रक को 15 दिनों के अंदर लंबित पारिश्रमिक भुगतान का निर्देश दिया गया। बैठक में विश्वविद्यालय की आधारभूत संरचना और शैक्षणिक वातावरण को मजबूत करने के लिए सात प्रमुख बिंदुओं को विशेष आकर्षण के रूप में रखा गया। विश्वविद्यालय के अधिग्रहित जमीन पर नए परिसरों एवं भवनों के निर्माण, शिक्षण-अनुसंधान को बढ़ावा देने, परीक्षाओं व शैक्षणिक सत्रों को नियमित करने, कार्यप्रणाली को पेपरलेस बनाने, अंगीभूत महाविद्यालयों के सर्वांगीण विकास पर चर्चा की गई। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को दी जाएगी प्राथमिकता इसके साथ ही बजट में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को प्रोत्साहन तथा शैक्षणिक परिसर में चाइल्ड केयर सेंटर, काउंसलिंग सेंटर, ग्रीन हाउस, एनिमल हाउस, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और अभिषद् हॉल निर्माण की योजना को प्राथमिकता दी गई। मधेपुरा के बीएन मंडल विश्वविद्यालय में शनिवार को कुलपति सचिवालय सभा भवन में सीनेट की वार्षिक बैठक से पूर्व सिंडिकेट की पहली बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. बीएस झा ने की। बैठक में वित्तीय वर्ष 2026-27 का वार्षिक बजट सदस्यों के समक्ष रखा गया। बजट में विश्वविद्यालय का कुल अनुमानित व्यय 12 अरब 81 करोड़ 43 लाख 864 रुपए तथा अनुमानित आय 2 अरब 46 करोड़ 42 लाख 64 हजार 524 रुपए निर्धारित की गई है। इस प्रकार 10 अरब 35 करोड़ 36 हजार 340 रुपए की अतिरिक्त राशि राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग से अनुदान के रूप में मांगी जाएगी। वेतन पर 24 करोड़ 47.91,165 लाख का खर्च बजट में शिक्षकों, अतिथि शिक्षकों, प्रशासनिक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन, पेंशन, सेवानिवृत्ति लाभ और बकाया वेतन-मानदेय सहित सभी मदों का विस्तृत प्राक्कलन दर्ज किया गया है। शिक्षकों के वेतन मद में 74 करोड़ 92 लाख 13 हजार 044 रुपए, अतिथि शिक्षकों के मानदेय पर 21 करोड़ 83 लाख 50 हजार रुपए, शिक्षकेतर एवं प्रशासनिक कर्मचारियों के वेतन पर 24 करोड़ 47 लाख 91 हजार 165 रुपए खर्च दिखाया गया है। 29 नवंबर को बजट होगा पारित इस बजट को 29 नवंबर को होने वाली सिंडिकेट की दूसरी बैठक में संशोधन के साथ पारित किया जाएगा। इसके बाद 10 दिसंबर को होने वाली सीनेट की बैठक से अनुमोदन मिलने पर बजट राज्य सरकार को भेजा जाएगा। बैठक में विभिन्न परीक्षाओं के पारिश्रमिक भुगतान में देरी पर नाराजगी जताई गई, जिस पर परीक्षा नियंत्रक को 15 दिनों के अंदर लंबित पारिश्रमिक भुगतान का निर्देश दिया गया। बैठक में विश्वविद्यालय की आधारभूत संरचना और शैक्षणिक वातावरण को मजबूत करने के लिए सात प्रमुख बिंदुओं को विशेष आकर्षण के रूप में रखा गया। विश्वविद्यालय के अधिग्रहित जमीन पर नए परिसरों एवं भवनों के निर्माण, शिक्षण-अनुसंधान को बढ़ावा देने, परीक्षाओं व शैक्षणिक सत्रों को नियमित करने, कार्यप्रणाली को पेपरलेस बनाने, अंगीभूत महाविद्यालयों के सर्वांगीण विकास पर चर्चा की गई। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को दी जाएगी प्राथमिकता इसके साथ ही बजट में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को प्रोत्साहन तथा शैक्षणिक परिसर में चाइल्ड केयर सेंटर, काउंसलिंग सेंटर, ग्रीन हाउस, एनिमल हाउस, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और अभिषद् हॉल निर्माण की योजना को प्राथमिकता दी गई।


