धमतरी शहर में लगी पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ी है। नगर निगम ने घड़ी को ठीक कराने के लिए मैकेनिक ढूंढने वाले और उसे बनाने वाले को इनाम देने की घोषणा की है। मेयर के मुताबिक, मैकेनिक ढूंढने वाले 5 हजार और बनाने वाले को 21 हजार रुपए दिए जाएंगे। यह नगर घड़ी 2009 में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष ताराचंद हिंदूजा के कार्यकाल में 35 लाख रुपए की लागत से स्थापित की गई थी। स्थापना के बाद यह घड़ी लगभग 9-10 सालों तक सही समय बताती रही। इससे पहले भी एक बार खराब होने पर इसे रायपुर से मैकेनिक बुलाकर सुधारा गया था। हालांकि, पिछले डेढ़ साल से यह घड़ी पूरी तरह बंद है। शहरवासी लंबे समय से इसके चालू होने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, महापौर रामू रोहरा ने मैकेनिक ढूंढने और घड़ी बनाने वाले को इनाम देने की घोषणा की है। घड़ी को बनाने के लिए नहीं मिल रहा मैकेनिक- महापौर महापौर रामू रोहरा ने कहा कि शहर की जनता घड़ी को चलते हुए देखना चाहती है। हम जनता के साथ है। परेशानी यह है कि नगर घड़ी को बनाने मैकेनिक नहीं मिल रहे। नगर घड़ी का सुधार हो इसलिए मेरी ओर से मैकेनिक ढूंढ़कर लाने वाले को 5 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा। टेंडर के अतिरिक्त घड़ी सुधारने वाले मैकेनिक को 21 हजार रूपए का पुरस्कार और इसके अलावा जो भी संस्था या व्यक्ति नगर घड़ी को सुधारेगा उसे उसका भुगतान अलग से किया जाएगा।


