मधेपुरा के मुरलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलो वार्ड एक में गुरुवार की देर रात अचानक घर में आग लग गई। अगलगी में बबलू कुमार और सिंटू कुमार का घर जलकर राख हो गया। बताया गया कि गुरुवार की रात खाना खाकर पूरा परिवार सोया हुआ था। इसी बीच बिजली के शॉर्ट सर्किट से घर में आग लग गई। जब तक लोगों संभल पाते तब तक आग विकराल रूप धारण कर लिया था। देर रात अचानक आग की लपटें उठती देख परिवार और आसपास के ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने पंपसेट और मोटर से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। सभी ने मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 50 हजार रुपए नगद जल गया सूचना के एक घंटा के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। तब तक ग्रामीणों ने आग बुझा दी थी। आग इतनी भीषण थी कि घर में रखा सभी सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। पीड़ित परिवार के अनुसार हाल ही में धान बेचकर घर में रखे लगभग 50 हजार रुपए नगद जल गया। इसके अलावा घर में मौजूद दो गाय, पांच बकरियां, कपड़े, खाने-पीने का अनाज और जमीन के कागजात भी जल गए। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से अधिक दयनीय मवेशियों की मौत से परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से अधिक दयनीय हो गई है, क्योंकि यह परिवार खेती और पशुपालन पर ही निर्भर था। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि परिवार भोजन, आवास जैसी आवश्यकताओं को पूरा कर सके। मधेपुरा के मुरलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलो वार्ड एक में गुरुवार की देर रात अचानक घर में आग लग गई। अगलगी में बबलू कुमार और सिंटू कुमार का घर जलकर राख हो गया। बताया गया कि गुरुवार की रात खाना खाकर पूरा परिवार सोया हुआ था। इसी बीच बिजली के शॉर्ट सर्किट से घर में आग लग गई। जब तक लोगों संभल पाते तब तक आग विकराल रूप धारण कर लिया था। देर रात अचानक आग की लपटें उठती देख परिवार और आसपास के ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने पंपसेट और मोटर से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। सभी ने मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 50 हजार रुपए नगद जल गया सूचना के एक घंटा के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। तब तक ग्रामीणों ने आग बुझा दी थी। आग इतनी भीषण थी कि घर में रखा सभी सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। पीड़ित परिवार के अनुसार हाल ही में धान बेचकर घर में रखे लगभग 50 हजार रुपए नगद जल गया। इसके अलावा घर में मौजूद दो गाय, पांच बकरियां, कपड़े, खाने-पीने का अनाज और जमीन के कागजात भी जल गए। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से अधिक दयनीय मवेशियों की मौत से परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से अधिक दयनीय हो गई है, क्योंकि यह परिवार खेती और पशुपालन पर ही निर्भर था। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि परिवार भोजन, आवास जैसी आवश्यकताओं को पूरा कर सके।


