नगर निगम जोधपुर के एकीकरण के पश्चात व्यवस्थाओं को प्रभावी और सुचारू रूप से संचालित करने के उद्देश्य से गुरुवार को संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम जोधपुर की प्रशासक डॉ. प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में संभागीय आयुक्त कक्ष में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। एकीकृत नगर निगम बनने के बाद डॉ. सिंह द्वारा पूर्व में भी निगम परिसर का दौरा कर एक परिचयात्मक बैठक ली गई थी। गुरुवार को आयोजित यह बैठक उसी क्रम का विस्तृत चरण रही, जिसमें नगर निगम की नई संरचना के अनुरूप प्रशासनिक एवं तकनीकी कार्यप्रवाह, स्वच्छता व्यवस्था, ऑनलाइन सेवाओं, वाहन प्रबंधन तथा समयबद्ध कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ पालनीचामी सभी जोन्स के उपायुक्त, अभियांत्रिकी शाखा के अधिकारी तथा संबंधित विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे। क्षेत्रफल 224 वर्ग किमी से बढ़कर 323 वर्ग किमी
बैठक के दौरान यह जानकारी साझा की गई कि एकीकृत नगर निगम से पूर्व नगर निगम उत्तर और दक्षिण के अंतर्गत कुल 224 वर्ग किमी क्षेत्र आता था, जबकि एकीकृत नगर निगम जोधपुर अब 323 वर्ग किमी क्षेत्रफल में सेवाएं प्रदान करेगा। साथ ही, वार्डों की संख्या भी 160 से परिवर्तित करके 100 कर दी गई है। इस नई संरचना के अनुरूप प्रशासनिक व्यवस्थाओं, स्वच्छता व्यवस्था, वाहन संचालन और फील्ड मॉनिटरिंग को पुनर्गठित कर मजबूत किया जाना आवश्यक है, जिस पर विस्तृत चर्चा की गई। सफाई व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा
संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह ने बैठक में नगर निगम की सफाई एवं कचरा संग्रहण व्यवस्थाओं को प्राथमिकता से लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि निगम के सभी जोन्स में सफाई व्यवस्था प्रतिदिन प्रभावी एवं समयबद्ध रूप से की जाये। कचरा संग्रहण वाहनों की उपलब्धता, डोर-टू-डोर कलेक्शन, ट्रांजिट प्वॉइंट्स और डम्पिंग की व्यवस्थाओं की निगरानी को सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया गया। डॉ. सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित क्षेत्र भ्रमण कर सफाई कार्य की वास्तविक स्थिति की समीक्षा करें और किसी भी प्रकार की समस्या का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। ऑनलाइन सेवाओं का मूल्यांकन पट्टा, म्यूटेशन और नामांतरण को और तेज एवं पारदर्शी बनाने पर जोर
बैठक में नगर निगम द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं पट्टा जारी करना, म्यूटेशन, नामांतरण एवं कर संबंधी ऑनलाइन प्रक्रिया की समीक्षा की गई। डॉ. सिंह ने निर्देश दिए कि नागरिक सुविधाओं से जुड़े लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, साथ ही सिस्टम को पारदर्शी, सुचारू और सहज उपयोग योग्य बनाया जाए। इसी क्रम में उन्होंने ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित तकनीकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आयकर विभाग के अधिकारियों से भी दूरभाष पर वार्ता कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और डीएलबी सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश जारी किए। वाहन प्रबंधन एवं संसाधनों के उपयोग पर विशेष ध्यान
बैठक में सभी जोन में उपलब्ध कचरा संग्रहण वाहनों, सफाई वाहनों, तकनीकी संसाधनों तथा स्टाफ की उपलब्धता और उनके उपयोग की स्थिति की समीक्षा की गई। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रत्येक वाहन की संचालन योजना स्पष्ट हो, उसकी समयबद्ध आवाजाही सुनिश्चित की जाए और मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य समय पर पूरे हों। उन्होंने बताया कि वाहन प्रबंधन नगर निगम की स्वच्छता व्यवस्था की रीढ़ है, अतः इसके संचालन को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। समयबद्ध कार्यप्रणाली पर बल, प्रत्येक प्रक्रिया के लिए तय टाइमलाइन की सख्ती से पालना
डॉ. सिंह ने कहा की नगर निगम द्वारा संचालित सभी कार्यों सफाई, ऑनलाइन सेवाए, तकनीकी कार्य, राजस्व कार्य और फील्ड मॉनिटरिंग के लिए स्पष्ट टाइमलाइन निर्धारित की जाये और सभी अधिकारी उसी के अनुसार कार्य करें। डॉ. सिंह ने निर्देश दिए कि तय समय सीमा का सख्ती से पालन किया जाए तथा प्रत्येक विभाग अपने कार्यों की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करे, ताकि नागरिक सेवाओं में गति और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।


