फगवाड़ाः नगर निगम कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसमें इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। दरअसल, नगर निगम कर्मी लावारिस शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कचरे वाली गाड़ी में डाल कर ले जाया गया। लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं पिछले लंबे समय से निगम कर्मियों की ओर से ऐसा किया जा रहा है। लोगों ने कहा कि इस घटना खुद निगम कर्मचारी भर रहे हैं। शव की दुर्गति होने पर कुछ समाज सेवकों ने भी इस पर आपत्ति उठाई है। नगर निगम कमिश्नर डॉ. अक्षिता गुप्ता ने भी माना शव को कचरे वाली वैन में शव लेकर जाना गलत है इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर डॉ. अक्षिता गुप्ता ने भी माना कि इस तरह शव को कचरे वाली वैन में शव लेकर जाना गलत है, ध्यान रखेंगे कि आगे से ऐसा नहीं होगा। लावारिस शव के अंतिम संस्कार के लिए जो अधिकार हैं निगम द्वारा उसे पूरा किया जाएगा। मंगलवार को सिविल अस्पताल में नगर निगम कर्मियों द्वारा कचरे वाली वैन में लावारिस शव को डाल कर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। निगम के पास कोई शव वाहन नहीं है कुछ समाज सेवकों ने जब शव की इस तरह से दुर्गति होती देखी तो उन्होंने निगम कर्मियों से इस बाबत पूछा तो कर्मियों का कहना था कि यह पहली बार नहीं निगम द्वारा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने ले जाने के लिए कचरे वाली गाड़ी का ही इस्तेमाल किया जाता है। निगम के पास कोई शव वाहन नहीं है। इस बात संबंधी निगम के उच्चाधिकारियों को भी पता है। तीन- चार दिन पहले रेलवे स्टेशन चहेडू मिला था शव बता दें कि तीन- चार दिन पहले रेलवे स्टेशन चहेडू के नजदीक जीआरपी को लावारिस शव मिला था। शव की पहचान के लिए जीआरपी ने शव को 72 घंटों के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था। लेकिन कोई लावारिश लाश को लेने के लिए नहीं पहुंचा। जिसके चलते हुए सिविल अस्पताल की ओर से निगम को मैसेज कर लावारिस शव को ले जाने के लिए हेंड ओवर किया गया। जहां पर निगम के कर्मी शव का अपमान करते हुए कचरा उठाने वाली गाड़ी में डाल कर ले गए।


