छतरपुर जिले के सटई थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव के एक व्यक्ति ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। व्यक्ति का कहना है कि सड़क दुर्घटना में घायल एक व्यक्ति की मदद के लिए डायल 112 को बुलाने पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की। आरोप है कि सटई पुलिस ने इस मामले में शिकायत भी दर्ज नहीं की, जिसके बाद पीड़ित ने एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता देवेंद्र पटेल निवासी पड़रिया गांव ने बताया कि यह घटना 10 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे उनके घर के सामने पड़रिया गांव के पेट्रोल पंप के पास हुई। सटई से छतरपुर की ओर जा रही दो बाइक में से एक बाइक पर सवार शिवम यादव निवासी विश्वनाथ कॉलोनी भैंस के सामने आने से घायल हो गया। शिवम के कानों से खून बहने लगा और वह बेहोश हो गया। देवेंद्र और पास मौजूद टीकाराम यादव तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। देवेंद्र ने पहले 108 एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन गाड़ी उपलब्ध न होने पर 112 को सूचना दी गई। डायल 112 में मौजूद आरक्षक रामकुमार जाटव ने देवेंद्र से 108 को कॉल न करने को लेकर सवाल किया। जब देवेंद्र ने दोबारा 108 को कॉल किया, तो आरक्षक जाटव कथित तौर पर नाराज हो गए। उन्होंने देवेंद्र के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उनके गाल पर तीन थप्पड़ मारे। इसके बाद, अन्य पुलिसकर्मियों की मदद से घायल शिवम को जिला अस्पताल ले जाया गया। देवेंद्र ने इस घटना के संबंध में सटई थाने में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और न ही मामला दर्ज किया। देवेंद्र पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने वाले को 25,000 रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मानव धर्म निभाते हुए घायल की मदद के लिए कॉल किया था, लेकिन इसके बजाय उन्हें पुलिसकर्मी की नाराजगी और मारपीट का सामना करना पड़ा।


