पहले ये 3 बयान पढ़िए महाराष्ट्र में भी सब ठीक था, यहां भी सब कुछ ठीक होगा। एनडीए में कहीं कोई भ्रम नहीं है। सभी चीजें तय प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ रही हैं।- नितिन नवीन, भाजपा नेता बिहार में CM की कोई वैकेंसी नहीं है।- ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री, जदयू जनादेश जब नीतीश कुमार को मिला तो CM कोई और बनेगा क्या? बिहार में सुशासन बाबू का काम और पीएम ने बिहार की तरक्की के लिए जो मदद की। बिहार को विकास के रास्ते पर ले चलने के लिए यहां की जनता ने नीतीश कुमार पर विश्वास जताया है।- श्रवण कुमार,जदयू के सीनियर नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद एनडीए के नेताओं ने ये बयान दिए। भाजपा महाराष्ट्र मॉडल को ठीक बता रही है। CM के चेहरे पर साफ बात नहीं कही जा रही। वहीं, जदयू के नेता नीतीश कुमार को CM चेहरा बता रहे हैं। 5 प्वाइंट में जानिए क्या बिहार में सीएम चेहरे पर पेंच फंस गया है। पॉइंट- 1. CM ने 40-45 नेताओं के साथ बैठक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को दिनभर चुनाव जीतने वाले विधायकों से मिले। सुबह 9 बजे से शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। नीतीश ने मुलाकातों के बीच जदयू की बैठक की। बीजेपी के सीनियर नेताओं से भी मुलाकात की। नीतीश कुमार से मिलने वाले बड़े चेहरे कौन-कौन? नीतीश कुमार से मिलने सबसे पहले विजय कुमार चौधरी पहुंचे। इसके बाद चिराग पासवान आए। इस बीच जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा भी CM हाउस पहुंचे। उनके ठीक बाद फुलवारी से नव निर्वाचित विधायक श्याम रजक आए। बिहारशरीफ विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. सुनील कुमार, जदयू नेता मनीष वर्मा, मसौढ़ी से नव निर्वाचित विधायक अरुण मांझी, इंजीनियर शैलेन्द्र, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री और बीजेपी विधायक कृष्ण कुमार मंटू भी मिलने वाले नेताओं में शामिल थे। मंत्री रहे भाजपा नेता नितिन नवीन ने भी मुलाकात की। पॉइंट- 2. विधायक दल की बैठक पर फैसला सोमवार को जदयू विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला लिया गया। इसमें सीएम नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। पार्टी के चुनाव जीतने वाले सभी विधायकों को रविवार को पटना पहुंचने के लिए कहा है। पॉइंट- 3. शपथ ग्रहण की तारीख पर मंथन नीतीश कुमार 19-20 नवंबर को CM पद की शपथ ले सकते हैं। जदयू सूत्रों के अनुसार तारीख पर अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में लगेगी। पार्टी की ओर से दो तारीख चुने गए हैं। 19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। जदयू विधायक दल की बैठक में शपथ ग्रहण समारोह पर बात होगी। विधायक दल की यह बैठक काफी अलग होगी। लंबे समय बाद जदयू के इतने अधिक विधायक जीते हैं। पॉइंट- 4. मंत्रिमंडल के चेहरे और संख्या पर बात कितने मंत्री बनेंगे? कौन बनेंगे? इन सवालों पर बातचीत हुई। नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए तैयारी चल रही है। समारोह में बिहार की जनता को न्योता दिया जाएगा। गाड़ियों में भर-भर कर लोगों को लाया जाएगा। नीतीश राजभवन की जगह पटना के गांधी मैदान में शपथ ले सकते हैं। गांधी मैदान में शपथ लेने की रही है परंपरा पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ लेने की पुरानी परंपरा रही है। लालू यादव ऐसा करते थे। नीतीश ने भी इस मैदान में शपथ लिए। नीतीश जब पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ 2005 में मुख्यमंत्री बने तो गांधी मैदान में शपथ लिया। इसके बाद 2010 और 2015 के चुनाव के बाद गांधी मैदान में ही शपथ ली। जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ा और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई तब राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में शपथ ली थी। 2020 में कोरोना महामारी की वजह से नीतीश ने राजभवन में शपथ ग्रहण किया था। लालू यादव ने शुरू की थी गांधी मैदान में शपथ लेने की परंपरा 1990 में राजद सुप्रीमो लालू यादव सीएम बने थे। उन्होंने गांधी मैदान में शपथ लिया था। इसके बाद 1990 से लेकर 2015 तक सीएम बनने वाले नेताओं ने शपथ ग्रहण स्थान गांधी मैदान चुना। पॉइंट- 5. संजय झा और ललन सिंह दिल्ली गए सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठक और मुलाकात के बाद जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह शनिवार की शाम दिल्ली चले गए। वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। बिहार में नई सरकार बनाने पर बातचीत होगी। ———— क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें – https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb पहले ये 3 बयान पढ़िए महाराष्ट्र में भी सब ठीक था, यहां भी सब कुछ ठीक होगा। एनडीए में कहीं कोई भ्रम नहीं है। सभी चीजें तय प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ रही हैं।- नितिन नवीन, भाजपा नेता बिहार में CM की कोई वैकेंसी नहीं है।- ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री, जदयू जनादेश जब नीतीश कुमार को मिला तो CM कोई और बनेगा क्या? बिहार में सुशासन बाबू का काम और पीएम ने बिहार की तरक्की के लिए जो मदद की। बिहार को विकास के रास्ते पर ले चलने के लिए यहां की जनता ने नीतीश कुमार पर विश्वास जताया है।- श्रवण कुमार,जदयू के सीनियर नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद एनडीए के नेताओं ने ये बयान दिए। भाजपा महाराष्ट्र मॉडल को ठीक बता रही है। CM के चेहरे पर साफ बात नहीं कही जा रही। वहीं, जदयू के नेता नीतीश कुमार को CM चेहरा बता रहे हैं। 5 प्वाइंट में जानिए क्या बिहार में सीएम चेहरे पर पेंच फंस गया है। पॉइंट- 1. CM ने 40-45 नेताओं के साथ बैठक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को दिनभर चुनाव जीतने वाले विधायकों से मिले। सुबह 9 बजे से शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। नीतीश ने मुलाकातों के बीच जदयू की बैठक की। बीजेपी के सीनियर नेताओं से भी मुलाकात की। नीतीश कुमार से मिलने वाले बड़े चेहरे कौन-कौन? नीतीश कुमार से मिलने सबसे पहले विजय कुमार चौधरी पहुंचे। इसके बाद चिराग पासवान आए। इस बीच जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा भी CM हाउस पहुंचे। उनके ठीक बाद फुलवारी से नव निर्वाचित विधायक श्याम रजक आए। बिहारशरीफ विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. सुनील कुमार, जदयू नेता मनीष वर्मा, मसौढ़ी से नव निर्वाचित विधायक अरुण मांझी, इंजीनियर शैलेन्द्र, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री और बीजेपी विधायक कृष्ण कुमार मंटू भी मिलने वाले नेताओं में शामिल थे। मंत्री रहे भाजपा नेता नितिन नवीन ने भी मुलाकात की। पॉइंट- 2. विधायक दल की बैठक पर फैसला सोमवार को जदयू विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला लिया गया। इसमें सीएम नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। पार्टी के चुनाव जीतने वाले सभी विधायकों को रविवार को पटना पहुंचने के लिए कहा है। पॉइंट- 3. शपथ ग्रहण की तारीख पर मंथन नीतीश कुमार 19-20 नवंबर को CM पद की शपथ ले सकते हैं। जदयू सूत्रों के अनुसार तारीख पर अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में लगेगी। पार्टी की ओर से दो तारीख चुने गए हैं। 19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। जदयू विधायक दल की बैठक में शपथ ग्रहण समारोह पर बात होगी। विधायक दल की यह बैठक काफी अलग होगी। लंबे समय बाद जदयू के इतने अधिक विधायक जीते हैं। पॉइंट- 4. मंत्रिमंडल के चेहरे और संख्या पर बात कितने मंत्री बनेंगे? कौन बनेंगे? इन सवालों पर बातचीत हुई। नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए तैयारी चल रही है। समारोह में बिहार की जनता को न्योता दिया जाएगा। गाड़ियों में भर-भर कर लोगों को लाया जाएगा। नीतीश राजभवन की जगह पटना के गांधी मैदान में शपथ ले सकते हैं। गांधी मैदान में शपथ लेने की रही है परंपरा पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ लेने की पुरानी परंपरा रही है। लालू यादव ऐसा करते थे। नीतीश ने भी इस मैदान में शपथ लिए। नीतीश जब पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ 2005 में मुख्यमंत्री बने तो गांधी मैदान में शपथ लिया। इसके बाद 2010 और 2015 के चुनाव के बाद गांधी मैदान में ही शपथ ली। जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ा और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई तब राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में शपथ ली थी। 2020 में कोरोना महामारी की वजह से नीतीश ने राजभवन में शपथ ग्रहण किया था। लालू यादव ने शुरू की थी गांधी मैदान में शपथ लेने की परंपरा 1990 में राजद सुप्रीमो लालू यादव सीएम बने थे। उन्होंने गांधी मैदान में शपथ लिया था। इसके बाद 1990 से लेकर 2015 तक सीएम बनने वाले नेताओं ने शपथ ग्रहण स्थान गांधी मैदान चुना। पॉइंट- 5. संजय झा और ललन सिंह दिल्ली गए सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठक और मुलाकात के बाद जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह शनिवार की शाम दिल्ली चले गए। वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। बिहार में नई सरकार बनाने पर बातचीत होगी। ———— क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें – https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb


