बुंदेलखंड सांस्कृतिक एवं सामाजिक सहयोग परिषद का 39वां स्थापना दिवस रविवार को लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी प्रेक्षागृह में मनाया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि परिषद के अध्यक्ष महेंद्र कुमार तिवारी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव विधान परिषद डॉ. राजेश सिंह, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, आईएएस शिव प्रसाद आनंद, यूनियन बैंक के महाप्रबंधक राजेश कुमार, शिवशंकर अवस्थी, बद्री प्रसाद तिवारी, मनोज कुमार द्विवेदी और विनोद कुमार सोनकिया विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सभी अतिथियों को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। भूमि उपलब्ध कराने की मांग परिषद की उपलब्धियों और जनकल्याणकारी गतिविधियों का विवरण महासचिव इंजीनियर कैलाश जैन ने प्रस्तुत किया। उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। इस दौरान महेंद्र भीष्म और सुरेंद्र अग्निहोत्री ने बुंदेलखंड की सामाजिक-सांस्कृतिक आवश्यकताओं पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने सरकार से लखनऊ में बुंदेलखंड भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग की, जिसे क्षेत्र के लोगों के सम्मान और संपर्क का माध्यम बताया। बुंदेलखंड की लोकसंस्कृति की मनमोहक प्रस्तुतियां दी स्थापना दिवस समारोह में बुंदेलखंड की लोकसंस्कृति की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं। ईशा, मीशा, मीमांशा और नेहा ने रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया, जिसकी दर्शकों ने सराहना की। अर्चना गुप्ता के निर्देशन में केवट संवाद नाटक का मंचन हुआ, जिसमें कीर्ति जैन, अंजू अग्निहोत्री, अपर्णा सिंह और रितिका अग्निहोत्री ने अभिनय किया। संगीत संयोजन चंद्रेश पाण्डेय और योगेश पांडे ने किया। बुंदेली गीत, बुंदेली राई नृत्य और अमृतलाल गोस्वामी टीम द्वारा आल्हा गायन भी प्रस्तुत किया गया। ये लोग शामिल हुए समारोह की शुरुआत अर्चना गुप्ता, अनीता जैन, रजनी विश्वकर्मा और प्रीति सिंह द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई। कार्यक्रम का मंच संचालन अर्चना गुप्ता ने किया, जबकि अनीता राजीव ने अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर परिषद के पदाधिकारी और सदस्य आलोक जैन, के.पी प्रजापति, सुधीर गुप्ता, गणेश शंकर गुप्त, योगेश चौहान, संजय गुप्ता, सविता शुक्ला, बी.एस बुंदेला सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।


