चकेरी में एक महिला ने अधिवक्ता व पंजाब एंड सिंध बैंक के मैनेजर पर 20 लाख का लोन कराकर हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि आरोपियों ने नशे की हालत में पति से कागजातों और चेकों पर साइन करा लिया। जानकारी होने पर जब पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपियों ने धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर चकेरी थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कैलाश नगर निवासी ज्योति चौरसिया के अनुसार उनके पति राज नारायण चौरसिया शराब के लती हैं। उनकी पहचान के अधिवक्ता परदेवनपुर निवासी रामजी ओमर ने पति की इसी हरकत का फायदा उठाया और उन्हें हमीरपुर स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक ले गया। जहां पर रामजी ओमर और मैनेजर सुरेश चन्द्र वर्मा ने मिलकर उनकी रजिस्ट्री गिरवी रखकर 20 लाख का लोन करा दिया और कागजातों व चेकों पर साइन करा लिया। इसके बाद सभी ने लोन की रकम को हड़प कर लिया। फिर वर्ष 2017 में उनके पास रिकवरी के लिए बैंक से नोटिस आया। इस पर पीड़िता ने रामजी ओमर से पूछा तो उसने बताया कि लोन पर उनके पति गारंटर हैं। बाकी लोन की किस्तें वह जमा कर रहे हैं। फिर वर्ष 2018 में उनके पास से कोर्ट से नोटिस आया तो उन्हें मामले की पूरी जानकारी हुई। जिस पर उन्होंने विरोध किया तो उन्हें आरोपियों ने धमकाना शुरू कर दिया। इसके बाद वह मामले की शिकायत को पुलिस और अधिकारियों के चक्कर काटती रहीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल से मामले की शिकायत की। कार्यवाहक थाना प्रभारी चकेरी रिजवान खान ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। मुनाफा कमाने का झांसा देकर 6.41 लाख की ठगी रामबाग निवासी कुणाल सिंह के अनुसार 5 सितंबर को उन्हें एक टेलीग्राम एप से जोड़ा गया। जिसमें बताया गया कि पोली एंड बर्क कंपनी में दो लाख रुपये निवेश करने पर उन्हें 60 हजार रुपये ज्यादा मिलने की बात बताई गई थी। इस पर उनके झांसे में आ गए और ठग द्वारा बताए गए खाते में कई बार में 6.41 लाख रुपये जमा कर दिए। जब उन्होंने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने रुपये देने से मना कर दिया। इस पर उन्हें अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर सेल व बजरिया थाने में की। थाना प्रभारी बजरिया ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले में साइबर सेल की मदद ली जा रही है।


