राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस उपलक्ष्य में धार जिला प्रशासन ने कल (शुक्रवार) एक समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इस गीत की भूमिका और इसकी स्थायी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को दर्शाता है। वंदे मातरम् के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए, वर्षभर विविध गतिविधियां चार चरणों में आयोजित की जाएंगी। पहला चरण 7 से 14 नवंबर (शुभारंभ), दूसरा चरण 19 से 26 जनवरी 2026 (गणतंत्र दिवस), तीसरा चरण 7 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ) और चौथा चरण 1 से 7 नवंबर 2026 (समापन सप्ताह) में होगा। प्रशासन ने इन आयोजनों की तैयारियां पूरी कर ली हैं। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कल सुबह 9:30 बजे पीजी कॉलेज सभागृह में ‘वंदे मातरम्’ का संपूर्ण गायन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आम नागरिकों के साथ-साथ स्कूली और कॉलेज के छात्र-छात्राएं, जनप्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, पुलिसकर्मी, डॉक्टर, शिक्षक, व्यवसायी और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य भाग लेंगे। राज्य स्तरीय समारोह संस्कृति विभाग द्वारा भोपाल के शौर्य स्मारक में सुबह 9:30 बजे आयोजित किया जाएगा। इसी दिन, सभी जिला मुख्यालयों, तहसील और विकासखंड मुख्यालयों पर भी सुबह 09:30 बजे ‘वंदे मातरम्’ का संपूर्ण गायन होगा। इसके बाद, सुबह 10:00 बजे से नई दिल्ली से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने की व्यवस्था भी की जाएगी। मंडल स्तर पर होंगे आयोजन
मातरम् गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिले के सभी 18 मंडलों में आयोजन होने जा रहे हैं। भाजपा जिला कार्यालय परिसर में सामूहिक राष्ट्रगान का आयोजन दोपहर 1 बजे किया जाएगा। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा नगर के वरिष्ठ नेता पदाधिकारी व भाजपा कार्यकर्ता शामिल होंगे। वंदे मातरम् अभियान जिला टोली बनाई गई जिसमें संयोजक राखी राय, सह संयोजक सुनील मोदी और डॉ बलबहादुर सिंह को बनाया गया है। भाजपा जिला अध्यक्ष महंत निलेश भारती ने कहा कि “वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, यह भारत की आत्मा का स्वर है। यही गीत हमारी राष्ट्रीय चेतना और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा का स्रोत रहा है।” यह गीत आजादी के आंदोलन के दौरान हर भारतीय के हृदय में देशभक्ति की ज्योति प्रज्ज्वलित करने वाला था। आज जब इसके 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, यह हम सबके लिए गर्व और संकल्प का क्षण है कि राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए हम इस गीत के भाव को जन-जन तक पहुंचाए।


