Ahmedabad. गुजरात पुलिस बेड़े में मंगलवार को 11607 युवा जुड़े। इसमें 3100 युवतियां हैं। नवनियुक्त इन पुलिस कर्मचारियों को राज्य में पहली बार सरकार उनकी पसंदीदा जगहों पर घर के पास तैनात करेगी।
उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने मंगलवार को गांधीनगर राम कथा मैदान में आयोजित नवनियुक्त पुलिस कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने समारोह में इसकी घोषणा की। संघवी ने कहा कि राज्य में पहली बार सरकार उम्मीदवारों के पास से ही तैनाती के लिए जिलों को पसंद कराएगी। ताकि वे उनके घर के पास और पसंदीदा जिले में तैनात रहकर कार्य कर सकें। जनवरी 2026 महीने के अंत तक नवनियुक्त पुलिस कर्मचारियों को उनके पसंदीदा जिले में तैनात कर दिया जाएगा।
उन्होंने नवनियुक्त पुलिस कर्मचारियों से कहा कि अपने दुख, दर्द और समस्या को लेकर पुलिस थाने आपके पास कोई व्यक्ति आए तो उसके दुख में सहभागी होते हुए उसकी मदद करना। पद मिलने के बाद भी अपने गांव, शहर के लोगों, मित्रों और संबंधियों से जुड़े रहना। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री कमलेश पटेल, डीजीपी विकास सहाय सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
नियुक्ति पत्र नहीं, ये जिम्मेदारी पत्र : सीएम
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य पुलिस बल में नवनियुक्त युवा पुलिस कर्मियों से कहा कि तुम्हे आज मिला नियुक्ति पत्र केवल सरकारी नौकरी का अपॉइंटमेंट लेटर नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी, अनुशासन पालन और राष्ट्र सेवा के संकल्प लेने का अवसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नवनियुक्त पुलिस कर्मचारी नागरिक देवो भव के सूत्र को चरितार्थ करेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया पुलिस का अर्थ बताया-
-पी-पोलाइट-जनता के प्रति नम्र
-ओ- ओबिडिएंट (अधिकारी की आज्ञा का पालन करने वाला)
-एल-लॉयल(संविधान और कानून के प्रति वफादार)
-आइ-इंटेलीजेंट(सतर्क और बुद्धिमत्ता से कार्य करने वाला)
-सी-करेजियस (हर परिस्थिति में साहसी और लड़ने को तैयार)
-ई-इंथूसियास्टिक (जनसेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर)
एक साल में 40हजार को नौकरी
मुख्य सचिव एम.के. दास ने कहा कि एक महीने में राज्य के विभिन्न विभागों में लगभग 40 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति दी गई है।
10 लाख युवाओं ने लिया था हिस्सा
गुजरात पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष नीरजा गोटरु ने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया में राज्य से 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने शारीरिक परीक्षा में भाग लिया। इसके बाद 2.45 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा दी। इनमें से 32 हजार से अधिक उम्मीदवारों का दस्तावेज सत्यापन किया गया। इसके बाद प्रोविजनल लिस्ट तैयार कर लोक रक्षक कैडर में कुल 11,899 उम्मीदवारों की भर्ती प्रक्रिया की गई, जिनमें 8,782 पुरुष और 3,117 महिला उम्मीदवारों का चयन हुआ। पूरी प्रक्रिया बायोमेट्रिक और विभिन्न तकनीकों का उपयोग कर पारदर्शी तरीके से आयोजित की गई।


