शहडोल जिले में एचपी गैस सिलेंडरों की किल्लत ने उपभोक्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिवाली के बाद से शुरू हुई यह कमी अब गंभीर संकट का रूप ले चुकी है। संभागीय मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों तक उपभोक्ता सिलेंडर के लिए भटकने को मजबूर हैं। कई गोदामों में सिलेंडर मिलने में देरी हो रही है, वहीं खुले तौर पर अधिक दाम वसूले जाने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। मुख्यालय स्थित एचपी गैस गोदाम में पिछले कई दिनों से उपभोक्ता सुबह से लाइन में लग रहे हैं, लेकिन उन्हें देर शाम तक भी सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि कतारें लंबी होती जा रही हैं, जबकि आपूर्ति कम है। इस संबंध में अधिकारियों से शिकायतें भी की गई हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। केशवाही गैस गोदाम में स्थिति और भी गंभीर है, जहां खुलेआम निर्धारित दर से अधिक कीमत वसूली जा रही है। उपभोक्ताओं के अनुसार, ₹880 की निर्धारित दर के बावजूद सिलेंडर ₹900 में बेचे जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता इस मनमानी के आगे बेबस हैं। उपभोक्ता इस्लाम ने बताया कि “सिलेंडर की जरूरत है, क्या करें… मजबूरी में ₹900 देकर ही लेना पड़ रहा है।” एक अन्य उपभोक्ता राजेश सिंह ने कहा कि वे एक सप्ताह से गोदाम के चक्कर लगा रहे थे और आज उन्हें ₹900 में सिलेंडर मिला है। ग्रामीण क्षेत्रों में अनियमित आपूर्ति के कारण घरेलू उपभोक्ता सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं। कई परिवार खाना बनाने के लिए मजबूरन लकड़ी का उपयोग कर रहे हैं। इस संबंध में जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल से बात करने पर उन्होंने कमी की बात स्वीकार की, लेकिन कालाबाजारी से इनकार किया। उन्होंने कहा, “कहीं-कहीं थोड़ी कमी है, लेकिन कालाबाजारी नहीं हो रही है। हम लगातार निगरानी कर रहे हैं।” हालांकि, उपभोक्ताओं के अनुभव उनकी बात से भिन्न हैं।


